लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद मृतक किसानों के परिजनों से मिलने के लिए पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया है. इससे पहले पुलिस ने उन्हें लखीमपुर खीरी जाने से रोकने लिए हिरासत में लिया था.
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कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस नेता दीपेन्द्र हुड्डा, दीपक सिंह समेत 11 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. प्रियंका गांधी को गिरफ्तार कर PAC गेस्टहाउस में बनी अस्थाई जेल में रखा गया है. हरगांव कोतवाली में इन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. बता दें कि 4 अक्टूबर की सुबह 4.30 बजे ही प्रियंका को हिरासत में लिया गया था.
जानकारी के मुताबिक, प्रियंका गांधी समेत अन्य पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. एसएचओ हरगांव ने मामले में चलानी रिपोर्ट मजिस्ट्रेट को भेजी दी है. इस मामले की सुनवाई खुद मजिस्ट्रेट/ एसडीएम गेस्टहाउस में जाकर करेंगे.
गौरतलब है कि रविवार, 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद उसी रात को प्रियंका गांधी दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई थीं. उसी दिन प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गई थीं. अगले दिन 4 अक्टूबर की सुबह हरगांव में उन्हें पुलिस ने रोककर लंबे समय तक हिरासत में रखा था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि प्रियंका गांधी को कानूनी सहायता भी नहीं लेनी दी जा रही है और उनके मौलिक अधिकारों का भी हनन किया जा रहा है.
क्या है लखीमपुर खीरी हिंसा का मामला?
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में रविवार, 3 अक्टूबर को भारी हिंसा हुई. यूपी पुलिस के मुताबिक, इस हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हुई है. बताया जा रहा है कि हिंसा की यह घटना तिकुनिया में आयोजित कुश्ती कार्यक्रम में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पहुंचने से पहले हुई थी.
आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के काफिले की गाड़ियों ने किसानों को रौंदा. हालांकि, केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे ने इस आरोप का खंडन किया है. उनका कहना है कि आशीष मिश्रा पूरे वक्त कार्यक्रम स्थल पर थे, वह घटनास्थल पर आए ही नहीं. वहीं, इस मामले में आशीष मिश्रा समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है.
(रिपोर्ट सहयोगी: अरविंद मोहन)
मंत्री टेनी बोले- लखीमपुर खीरी घटना स्थल पर बेटे के होने का सबूत मिला तो दे दूंगा इस्तीफा
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