Bakra Eid 2023: देशभर में आज यानी 29 जून को ईद-उल-अजहा/बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है. वहीं, लखनऊ ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने अपील करते हुए कहा है कि लोग सड़कों की बजाय केवल ईदगाहों और मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी कूड़ा-कचरा न फेंका जाए.
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ईद-उल-अजहा की मुबारकबाद देते हुए वीडियो जारी कर मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा, “इस्लामिक सेंटर ने जो एडवाइजरी जारी की है, उसपर पूरे तरीके से अमल करते हुए ईदगाह और मस्जिदों में ही नमाज पढ़ें, सड़कों पर नमाज अदा न की जाए. पब्लिक प्लेस पर कुर्बानी न करें, बल्कि बड़े मदरसे और प्राइवेट प्लेस पर ही कुर्बानी दी जाए. कुर्बानी के वेस्ट को सड़कों पर न फेंके. सफाई और हायजीन रखते हुए त्योहार को मनाएं.”
गरीबों का न भूलें: मौलाना
उन्होंने आगे कहा, “इस मौके पर गरीबों का न भूलें. कुर्बानी के जानवर के गोश्त का एक हिस्सा गरीबों के लिए रखें. नामज के बाद देश की हिफाजत और खुशहाली की दुआ करें.”
क्यों मनाया जाता है बकरीद का त्योहार
आपको बता दें कि बकरीद का त्योहार चांद दिखने के 10वें दिन मनाया जाता है, और ईद उल ज़ुहा या अजहा या बकरीद, ईद उल फित्र के दो महीने नौ दिन बाद मनाई जाती है. इस्लामी मान्यता के अनुसार, पैगंबर इब्राहिम अपने पुत्र इस्माइल को इसी दिन अल्लाह के हुक्म पर अल्लाह की राह में कुर्बान करने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनके बेटे को जीवनदान दे दिया और वहां एक पशु की कुर्बानी दी गई थी जिसकी याद में यह पर्व मनाया जाता है.
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