सपा संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को निधन हो गया. वे 82 साल के थे. मुलायम सिंह यादव को लोग ऐसे ही नेताजी नहीं कहते थे, इसकी सबसे बड़ी खास बात यह थी कि वह अपने लोगों को कभी नहीं भूलते थे. वहीं 2004 के लोकसभा चुनाव में नेता जी ने सपा के दिग्गज नेता राजनारायण बुधौलिया के जो जनसभा कि उसकी यादें लोगों के जेहन में आज भी ताजा है.
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वर्ष 2004 हमीरपुर जिले से समाजवादी पार्टी ने बुंदेलखंड के कद्दावर नेता दिवंगत राजनारायण बुधौलिया को प्रत्याशी बनाया था. उनके समर्थन में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने जनसभा की थी. सभा से मुलायम सिंह ने जनता से कहा था कि जब तक बुधौलिया को चुनाव नहीं जिताएंगे वह सपा से टिकट देते रहेंगे.
लोकसभा चुनाव में प्रचार के लिए आए मुलायम सिंह यादव ने मंच से दहाड़ते हुए कहा कि जब तक आप लोग बुधौलिया को हराते रहोगे, हम उसे टिकट देते रहेंगे. फिर मंच से ही मुलायम सिंह ने अपने प्रत्यासी बुधौलिया की लिए झोली फैला कर वोट मांगा. और इस बात का नतीजा यह रहा कि बुधौलिया चुनाव जीत कर लोकसभा में पहुंच गए. राजनारायण बुधौलिया के प्रति मुलायम सिंह का बेहद लगाव था.
बता दें कि इससे पहले बुधौलिया को हमीरपुर महोबा लोकसभा क्षेत्र से 1996, 1998 व 1999 में सपा का प्रत्याशी बनाया गया था पर वह चुनाव जीतने में सफल नहीं हुए थे। मौदहा विधानसभा चुनाव में भी उन्हें सफलता नहीं मिली.
हमीरपुर जिले के दो वरिष्ठ पत्रकारों देवी प्रसाद गुप्ता और लक्ष्मी नारायण द्वीवेदी ने बताया की मुलायम सिंह यादव जब भी बुंदेलखंड के दौरे पर आते थे तो उनको सुनने और देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ती थी. इस इलाके लोग और खास कर मुस्लिम समाज में मुलायम सिंह की विशेष पकड़ थी. इसी का नतीजा था की जब मुलायम सिंह यादव ने मंच से झोली फैला कर वोट मांगे तो जनता इतनी भावुक हो गई कि दो बार से लगातार हार रहे राजनारायण बुधौलिया को लाखों वोटो से जीता कर लोकसभा में भेज दिया था. अब जब मुलायम सिंह यादव दुनिया को अलविदा कह गए है तब उनकी तमाम यादें उनके चाहने वालो की जुबां पर है.
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