भाईदूज के दिन नमो भारत ट्रेन की सर्विस में किया गया ये बदलाव, ट्रिप प्लान करने से पहले चेक करें

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02 Nov 2024 (अपडेटेड: 02 Nov 2024, 09:11 PM)

Namo Bharat train news: नमो भारत ट्रेन रविवार को भाई दूज के मौके पर अपने सामान्य समय से दो घंटे पहले छह बजे से संचालित होंगी.

नमो भारत ट्रेन। (चित्र: X/@officialncrtc)

नमो भारत ट्रेन। (चित्र: X/@officialncrtc)

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Namo Bharat train news: नमो भारत ट्रेन रविवार को भाई दूज के मौके पर अपने सामान्य समय से दो घंटे पहले छह बजे से संचालित होंगी. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने एक बयान में यह जानकारी दी है.  निगम ने कहा कि इन ट्रेनों के फेरे बढ़ाये जायेंगे. बयान के अनुसार दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीए गलियारे के चालू खंड पर ट्रेन सेवाएं रविवार को निर्धारित समय सुबह आठ बजे के बजाय छह बजे से ही चालू हो जायेंगी. 

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नमो भारत ट्रेन की यह सेवा रात 10 बजे तक जारी रहेगी. बयान के मुताबिक आम तौर पर नमो भारत ट्रेन सेवाएं सोमवार से शनिवार तक सुबह छह बजे से और रविवार को सुबह आठ बजे से शुरू होती हैं. 

3 नवंबर को भाईदूज, जानिए इसका शुभ मुहूर्त

श्री कैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के प्रधान महंत रोहित शास्त्री ने बताया कि भाईदूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाता है और भी इसके कई नाम है. भाईदूज का पर्व हर वर्ष कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी दूसरी तिथि के दिन मनाया जाता है. इस वर्ष 3 नवंब रविवार को मनाया जाएगा. इस दिन बहनें अपने भाई के मस्तक पर तिलक करती हैं, उनका पूजन करती हैं, उन्हें मिष्ठान आदि खाने को देती हैं और भाई भी बहनों के चरण स्पर्श करते हैं. उनकी रक्षा का संकल्प करते हैं. उन्हें भेंट स्वरूप कुछ न कुछ अवश्य देते हैं. 

तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त 3 नवंबर रविवार को पूरा दिन बना रहेगा. क्योंकि द्वितीया तिथि जो कार्तिक शुक्ल पक्ष की है वह सूर्योदय व्यापनी है जो रात्रि 10 बजकर 6 मिनट तक रहेगी. यानी पूरा दिन शुभ है. आप सभी बहनें भाई के मस्तक पर तिलक लगा सकती हैं. उनका पूजन कर सकती हैं. 

भैयादूज के पीछे की कथा जानिए

इस पर्व को मनाने के पीछे हमें शास्त्रों में दो कथाएं मिलती हैं. एक कथा ये है कि भगवान श्री कृष्ण नरकासुर नामक राक्षस का वध कर कर अपनी बहन सुभद्रा को मिलने इसी दिन गए थे. सुभद्रा ने भगवान श्री कृष्ण का पूजन किया और उन्हें तिलक लगाया. मिष्ठान आदि खाने को दिया. दूसरी कथा मृत्यु के देवता यम से जुड़ी हुई है. इसी तिथि को अपनी बहन यमुना से मिलने गए थे और तब यम ने कहा था इस दिन जो भी बहन अपने भाई के मस्तक पर तिलक करेगी उसका पूजन करेगी और उसको मैं दीर्घायु का वरदान दूंगा.

इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत ही अधिक महत्व है. इस दिन बहनें अपने घर में दक्षिण दिशा में सरसों के तेल से भर चार मुखवाला दीपक यम के निमित्त जलाएं और उनसे प्रार्थना करें कि हमारे परिवार में कोई भी अकाल मृत्यु न हो और सुख समृद्धि बनी रहे. 

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