उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में डॉक्टर घनश्याम तिवारी हत्याकांड मामले में सोमवार को पुलिस ने बड़ा ऐक्शन लिया. पुलिस-प्रशासन ने आरोपी अजय नारायण सिंह के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाकर जमींदोज कर दिया. पुलिस-प्रशासन के इस कार्रवाई से पीड़ित परिवार अभी तक संतुष्ट नहीं है. पीड़ित परिवार की मांग है कि जैसी घटना डॉक्टर के साथ हुई है, वैसे ही मुख्य आरोपी और उसे बचाने वालों के साथ किया जाए. इसके साथ बुल्डोजर की कार्रवाई जब तक मुख्य आरोपी के घर पर नहीं होती, तब तक उन्हें संतुष्टि नहीं मिलेगी.
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दरअसल, बीते शनिवार को नगर कोतवाली के नरायनपुर में डॉक्टर घनश्याम तिवारी की पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. आरोप है कि नरायनपुर के रहने वाले अजय नारायण सिंह ने अवैध वसूली के चक्कर में डॉक्टर को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया था. घटना के बाद पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी.
बता दें कि अजय नारायण सिंह, बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह उर्फ बब्बन सिंह का भतीजा है.
इस मामले में पुलिस ने सोमवार को अजय नारायन के पिता जगदीश नारायण सिंह को जेल भेज दिया था. साथ ही अजय और उनके परिवार द्वारा अवैध तरीके से कब्जा की गई कुछ संपत्तियों पर बुल्डोजर चलाकर कार्रवाई की गई थी. हालांकि, जिला प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं है.
मृतक डॉक्टर घनश्याम तिवारी की पत्नी निशा तिवारी के मुताबिक, सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिल रही है कि अभी तक केवल घर की बाउंड्री और ऑफिस ही गिराया गया है.
निशा ने कहा कि उनके पति के साथ जो किया गया, अजय नारायण की गिरफ्तारी के बाद उसके साथ भी वही कार्रवाई की जाए. उसे बचाने वाले उनके चचेरे भाई और भाजयुमो जिलाध्यक्ष चंदन नारायण सिंह, चाचा और पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण सिंह और अन्य आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. उनके साथ भी वैसी ही कार्रवाई की जाए.
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