उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा के मामले को समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तानाशाही का उदाहरण बताया है. अखिलेश ने 6 अक्टूबर को यूपी तक से बातचीत में कहा, ”जो लखीमपुर में हुआ है, ये तानाशाही का एक उदाहरण है. हिटलरशाही में भी ऐसा नहीं हुआ होगा, जहां पर किसानों पर गाड़ी चढ़ा दी गई हो. गाड़ी चढ़ाने से, कुचल जाने से किसानों की मृत्यु हुई है. वहां एक पत्रकार भी मरा है.”
ADVERTISEMENT
अखिलेश ने कहा,
”जो लखीमपुर में हुआ है, ये किसानों के साथ और किसानों के ऊपर इतना बड़ा अन्याय नहीं हो सकता था. जितनी निंदा की जाए वो कम है इस घटना को लेकर, ये तब है, जब इस सरकार में अहंकार भरा पड़ा है, अहंकार की वजह से गृह राज्य मंत्री ने पहले धमकी दी. उनका वीडियो वायरल है, जिस तरीके से धमकी दी गई है. उसके बाद उनके बेटे और उनके साथी, जो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं, उन्होंने गाड़ी से कुचलकर 4 किसानों की हत्या कर दी.”
अखिलेश यादव, एसपी अध्यक्ष
एसपी अध्यक्ष ने कहा, ”सबसे पहले जिन लोगों ने हत्या की है, उनको गिरफ्तार होना चाहिए. और जिस तरह की भाषा की इस्तेमाल किया है गृह राज्य मंत्री ने, उनका इस्तीफा होना चाहिए.”
अखिलेश ने कहा,
-
”सरकार और गृह राज्य मंत्री कुछ भी कह सकते हैं. वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि गाड़ी किसकी टकराई है. गाड़ी किसकी पलटी है, कौन लोग गाड़ी से निकलकर भागे हैं. अगर कोई जिम्मेदार है तो गृह राज्य मंत्री का बेटा.”
-
”यह कहां का लोकतंत्र है, जब देश के प्रधानमंत्री अमेरिका में जाकर कहते हैं कि हमारे देश में जीवंत लोकतंत्र है, क्या जिंदा लोकतंत्र की यही परिभाषा है कि आप गाड़ी चढ़ा दोगे किसान के ऊपर, उसको कुचल दोगे गाड़ी से?”
-
”जिस सरकार पर लोग भरोसा करते हैं कि न्याय मिले, क्या न्याय नहीं दे सकती ये सरकार?”
-
”सबसे बड़ी बात है कि कानून-व्यवस्था पर जो दावा ठोंकते हैं, कहते हैं कि हम दमदार सरकार हैं, यही दमदार सरकार है कि किसानों की जान ले लोगे आप?”
अखिलेश यादव ने कहा कि एक आईपीएस पर आरोप था कि उसने गोली मारकर एक की हत्या कर दी, वो आईपीएस आज तक नहीं पकड़ा गया, वो फरार है, गोरखपुर की घटना आपके सामने है, 6 पुलिस के लोग जाते हैं और एक व्यापारी को पीट-पीटकर मार देते हैं, आज तक वो गिरफ्तार नहीं हुए, वो फरार हैं, किसकी जिम्मेदारी है.
एसपी अध्यक्ष ने कहा कि जब आईपीएस फरार है, गोरखपुर मामले में 6 पुलिसकर्मी फरार हैं, किसान की जिन्होंने हत्या की, वो फरार हैं, लगता तो ये है कि सरकार ने जानबूझकर उन्हें फरार कर रखा है, सरकार उन्हें पकड़ना नहीं चाहती क्योंकि इससे सरकार की पोल खुल जाएगी.
मंत्री टेनी बोले- लखीमपुर खीरी घटना स्थल पर बेटे के होने का सबूत मिला तो दे दूंगा इस्तीफा
ADVERTISEMENT