उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गन्ने के दाम में बढ़ोतरी का ऐलान किया था. उन्होंने 26 सितंबर को लखनऊ में एक किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, ”अब गन्ना किसानों को 325 रुपये की जगह 350 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान किया जाएगा. सामान्य गन्ने के लिए 315 के बजाय 340 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान किया जाएगा.”
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सीएम योगी के इस ऐलान से क्या गन्ना किसान संतुष्ट हैं, यह जानने के लिए यूपी तक ने बागपत जिले के किसानों से बात की. इस दौरान एक किसान ने कहा, ”हमारा नुकसान काफी ज्यादा है, इस सरकार ने तो किसान-मजदूर बिल्कुल चूस दिया.”
वहीं दूसरे किसान ने कहा कि यह (सत्तारूढ़) बीजेपी 2014 में गन्ने का रेट 450 (रुपये प्रति क्विंटल) दिलाने का वादा कर रही थी, ”बड़ौत में आकर नरेंद्र मोदी ने यह बात कही थी. उसके बाद कहा गया कि केंद्र में हमारी सरकार है, राज्य में दूसरी सरकार है, राज्य में भी हमारी सरकार आने पर आपकी समस्या का समाधान होगा. फिर 2017 में योगी सरकार भी बन गई.”
इसके आगे उन्होंने कहा, ”जब 2017 में एफआरपी 20 रुपये केंद्र सरकार से बढ़ी थी, इन्होंने हमें 10 रुपये ही दी. अब चुनाव का वक्त नजदीक आ गया है और इन्होंने 25 रुपये बढ़ाने का ऐलान किया है.”
तीसरे किसान ने दावा किया कि गन्ना किसानों को अभी तक सबसे ज्यादा नजरअंदाज योगी सरकार ने ही किया है. उन्होंने कहा, ”मायावती ने भी 40 रुपये बढ़ाए थे, मुलायम सरकार ने भी बढ़ाए थे. सबसे ज्यादा तंगहाल किसान आज बीजेपी की सरकार में है.”
एक अन्य किसान ने कहा कि मजदूरी, खाद, पानी, सब चीज का हिसाब जोड़कर गन्ने की लागत देखें तो 400 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर का भाव मिलना चाहिए. इस दौरान एक किसान ने लागत और कमाई का पूरा हिसाब भी समझाया, जिसे आप ऊपर दिए गए वीडियो में देख सकते हैं.
किसान सम्मेलन: सीएम योगी ने किया गन्ने के दाम में बढ़ोतरी का ऐलान, विपक्ष पर बोला हमला
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