बांदा के अमन त्रिपाठी हत्याकांड का मुद्दा एक बार सुर्खियों में है. 13 दिन बाद अमन के माता-पिता ने अनशन समाप्त कर अपने बेटे की अस्थियों को गंगा में विसर्जित करने का फैसला किया है. अनशन समाप्त करने के बाद अमन की मां मधु त्रिपाठी ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़े किए और पूछा कि क्या मुझे न्याय मिलेगा?
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मधु त्रिपाठी ने कहा, “योगी जी, अगर आपकी सरकार में मेरे बेटे को न्याय नहीं मिलता है तो मैं यही समझूंगी कि आप गुंडा राज चलाना चाहते हैं, आप न्याय नहीं दिलाना चाहते हैं.”
उन्होंने योगी सरकार से सवाल पूछा कि क्या आप गुंडा राज चलाना चाहेंगे. क्या यही आपका धर्म है? उन्होंने आगे कहा कि मंदिर-मस्जिद बनवाने से कुछ नहीं होता है. एक मां की आत्मा अपने बच्चे की न्याय के लिए तड़प रही है, जिसे आप नहीं दिला पा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि पिछले 20 सालों से अमन का परिवार बीजेपी का समर्थन करता आ रहा है. मृतक अमन के पिता संजय त्रिपाठी ने कहा कि मेरी सरकार है. मैं उसका कार्यकर्ता रहा, पदाधिकारी रहा. आज मुझे न्याय की कोई उम्मीद नहीं नजर आ रही. कोई अधिकारी, न कोई कर्मचारी, न शासन का कोई आदेश आ रहा है, इसलिए मैं हताहत होकर आज अस्थियां विसर्जित करने जा रहा हूं.
उन्होंने आगे कहा कि अमन की लड़ाई लड़ता रहूंगा. शासन के द्वारा मामले में सीबीआई जांच के आदेश मिले, अगर नहीं मिलता है तो हम कोर्ट जाएंगे.
बता दें कि 13 वर्षीय अमन त्रिपाठी की लाश 2 महीने पहले केन नदीं में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी. बांदा पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के हवाले से बताया था कि अमन की नदी में डूबने की वजह से मौत हुई थी. जिसे लखनऊ आई से पुलिस की एक टीम ने फर्जी बताया था. बाद में मामले में एसआईटी का गठन किया गया था. मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी. इसके बाद पीड़ित परिवार मामले में सीबीआई जांच की मांग को लेकर अनशन पर बैठ गया था.
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