तो एक तरफ जहां अखिलेश यादव रायबरेली में आज यानी 03 मार्च को कांशी राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे.. ये पहला कोई ऐसा मौका है जब अखिलेश यादव कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करने जा रहे हैं..तो वहीं दूसरी ओर.. बसपा कह रही है कि ये अखिलेश जी नौंटकी कर रहे हैं.. कांशीराम को फॉलो करने वाले लोग कभी नहीं भूल सकते पिछली बातों को..
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दरअसल समाजवादी पार्टी में अब अंबेडकर वादियों की एक बड़ी फौज मौजूद है.. ऐसे लोग जो कांशी राम के राजनीतिक विचारधारा और राजनीतिक स्कूल से निकले.. वो बड़ी तादाद में समाजवादी पार्टी में है..और इसी को देखते हुए अखिलेश यादव अपने दलित एजेंडे को धार देने के लिए अंबेडकरवादी और लोहिया वादियों को जोड़ने में जुटे हैं..
समाजवादी पार्टी ने पहले धाकड़ और दिग्गज बसपा के नेताओं को अपनी तरफ जोड़ा जिसमें इंद्रजीत सरोज, केके गौतम, राम अचल राजभर, स्वामी प्रसाद मौर्य सरीखे नेता है ..वही अपने सबसे पुराने चेहरे, 9 बार के दलित विधायक अवधेश प्रसाद को न सिर्फ विधानसभा में अपने बगल की सीट दी बल्कि वह राष्ट्रीय अधिवेशन में भी अखिलेश यादव के बिल्कुल साथ नजर आए 1 तरीके से उन्हें प्रदेश में नंबर 2 का दर्जा दिया और अब रायबरेली के ऊंचाहार में स्वामी प्रसाद मौर्या के कॉलेज में कांशी राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे.. इसपर बसपा से इकलौते विधायक उमाशंकर फायर मोड में दिखे.. उन्होने अखिलेश और कांशीराम से जुड़ी पुरानी कहानी याद दिलाते हुए कहा..
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