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ये हैं बस्ती जिला के कुदरहा गांव के रहने वाले दशरथ। उम्र तकरीबन 60 साल के करीब होगी। पिछले कई महीनों ने दशरथ किडनी की बीमारी से जूझ रहे हैं और बिना डायलिसिस के खड़े भी नहीं हो सकते हैं। दशरथ का आरोप है कि 3 जुलाई को गांव के प्रधानपति और बीजेपी नेता इंद्र कुमार ने उस वक़्त इनका घर गिरा दिया जब वे इलाज के लिए परिवार के साथ आगरा में थे। घर गिराने की जानकारी जब किसी ने दशरथ को दी तो वे इलाज छोड़ कर भागे भागे घर आये तो देखा तो उनका घर मिट्टी में मिल चुका है। दशरथ कहते हैं कि 1990 में जमीन लेकर बड़ी मुश्किल से उन्होंने घर बनवाया था, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने की वजह से प्रधानपति और बीजेपी नेता इंद्र कुमार की नज़र उनके घर पर थी। क्योंकि इंद्रा कुमार कई बीघा जमीन का प्लाटिंग कर के बेचना चाहता था और उसके आड़े दशरथ का घर आ रहा था इसलिए जबर्दस्ती उनके गैरमौजूदगी में उनका घर गिरा दिया गया। #meghdootuptak
दशरथ ने ये भी आरोप लगाया है कि पहले उनकी एक न सुनी गई, लेकिन बाद में खुद डीएम ने इसपर संज्ञान लिया और कार्रवाई करने को कहा।
dm action on pradhan in basti
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