अगर आपका फोन रास्ते में लूट लिया गया.. या चोरी कर लिया गया है.. तो आप क्या करेंगे.. पुलिस के पास जाएंगे.. इस उम्मीद से की वो आपका फोन बरामद कर लेगी और लूटने या चोरी करने वाले को पकड़ लेगी.. लेकिन अब ऐसा तकरीबन नामुमकिन सा लग रहा है.. जी हां.. आपने सही सुना.. दरअसल गाजियाबाद पुलिस ने एक ऐसे मोबाइल सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है जो ना सिर्फ लॉक मोबाइल को अनलॉक करता था..बल्कि उसका IMEI नंबर भी बदल देता.. जिसकी वजह से पुलिस लूटे गए मोबाइल की ना तो लोकेशन निकाल पाती.. ना उसे तलाश कर पाती.. पुलिस ने इस गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एक दर्जन लूटे गए मोबाइल बरामद किए हैं.. साथ ही अनलॉक करने का सॉफ्टवेयर और IMEI बदलने का सॉफ्टवेयर भी इन से बरामद हुआ है.. जी हां..
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अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा.. कि आखिर ये लोग हैं कौन और अगर फोन के बारे में इतना कुछ जानने वाले हैं तो इसका मतलब पक्का ये किसी मोबाइल कंपनी से जुड़े होंगे.. या मोबाइल इंजीनियर होंगे.. लेकिन भइया.. आप गलत हैं.. ये ना तो मोबाइल कंपनी से जुड़े हैं… ना ही मोबाइल इंजीनियर हैं.. इन चारों में से जो सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा है वो सिर्फ दसवीं पास है.. अब अंदाजा पलक झपकते ही कोई भी मोबाइल लूट लिया.. उसके बाद चंद सेकंड में ही लॉक मोबाइल को अनलॉक कर दिया.. और फिर IMEI नंबर बदल दिया करते हैं…
If your phone is robbed.. or stolen on the way.. then what will you do.. you will rush to the police.. with this hope that they will recover your phone and catch those person who looted or stolen it. But now it seems almost impossible..Yes..Actually Ghaziabad Police has exposed a mobile syndicate which not only used to unlock locked mobiles..but also use to change IMEI number of stolen Phone
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