लखनऊ की अदालत में जिस कुख्यात संजीव जीवा की गोली मारकर हत्या हुई थी, उसी जीवा का नाम उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में हुए वर्ष 2005 में कृष्णानंद राय हत्याकांड के मुख्य आरोपियों में था। कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी जीवा ने ही कृष्णानंद पर दर्जनों गोलियां बरसाई थी और उन्हें मौत के घाट उतारा था। अब क्योंकि जीवा की जीवन लीला समाप्त हो गई है ऐसे में कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने यूपी तक से खास बातचीत की।लखनऊ की अदालत में जीवा की हत्या पर कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय बताया कि न्याय के मंदिर में यह भगवान का फैसला हुआ है। इसे पहले जहां मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या हुई तो वही कुल तेरह आरोपियों में से दो का एनकाउंटर हो चुका है तो अब जीवा की भी कोर्ट के अंदर हत्या हो गई। यह ऊपर वाले का फैसला है। मुख्तार गैंग के शार्प शूटर जीवा की हत्या और उसी गैंग के मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या से मुख्तार के साम्राज्य के ढहने के सवाल पर पीयूष राय ने बताया कि बिल्कुल ऐसे संगठित अपराध वालों का साम्राज्य खत्म होना चाहिए और यह संभव हो पाया है तो सिर्फ पूजनीय योगी आदित्यनाथ की यूपी सरकार में ही.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT