उत्तर प्रदेश में जब से दो हाई प्रोफाइल सीट्स यानी कि मैनपुरी और रामपुर में उपचुनाव का ऐलान हुआ है तब से ही मानों यूपी में सियासी जंग सी छिड़ गई है. हर ओर इन्हीं दोनों सीटों पर चुनाव को लेकर चर्चा है क्योंकि रामपुर आजम खान की सीट है, जहां उनकी विधायकी रद्द होने के बाद चुनाव होने हैं और मैनपुरी नेताजी की, जो उनके निधन के बाद खाली हुई है.
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ऐसे में अगर सबसे ज्यादा कोई सीट चर्चा बटोर रही है तो वो है मैनपुरी की सीट, जहां पर समाजवादी पार्टी सबसे ज्यादा मजबूत मानी जा रही है. ये वो सीट है जिसे समाजवादी पार्टी का अभेद्य किला कहा जाता है. इस सीट पर सभी कयास लगा रहे थे कि अखिलेश यादव किसे चुनाव लड़ाएंगे. कभी तेज प्रताप तो कभी कोई और.
कयासों का बाजार गर्म था लेकिन अखिलेश यादव ने यहां से नेताजी की बहू और अपनी पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को चुनाव लड़वाने का ऐलान करते हुए उन्हें मैनपुरी के मैदान में उतार दिया है. जिसके बाद सभी की नजरें बीजेपी पर टिकी हुई हैं कि आखिर बीजेपी की तरफ से कौन होगा जो डिंपल को टक्कर देने उतरेगा.
इसी बीच हमेशा ही अखिलेश यादव पर हमलावर रहने वाले उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी पर इन चुनावों को लेते हुए निशाना साधा. एक के बाद एक उन्होनें दो ट्वीट्स किए.
केशव प्रसाद मौर्य ने पहला ट्वीट करते हुए समाजवादी पार्टी पर परिवारवाद का बड़ा आरोप लगाया. उन्होनें न सिर्फ डिंपल पर निशाना साधा बल्कि आजमगढ़ के लोकसभा उपचुनाव की भी याद दिला डाली.
केशव प्रसाद ने ट्वीट करते हुए लिखा, “सपा में आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव तो श्री धर्मेन्द्र यादव, मैनपुरी लोकसभा उप चुनाव तो श्रीमती डिंपल यादव जी लड़ेंगी, सपा को परिवार के बाहर से नहीं मिल रहे हैं प्रत्याशी!”
जाहिर सी बात है कि केशव प्रसाद मौर्य सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी पर परिवार वालों को टिकट देने का यानी कि परिवारवाद का आरोप लगाते रहे हैं और जब से सपा की ओर से डिंपल के मैनपुरी से चुनाव लड़ने की घोषणा हुई है उनके ट्विटर वाले हमले और भी तीखे हो गए हैं.
वहीं ऐसा नहीं है कि केशव प्रसाद मौर्य ने एक ट्वीट किया और वो शांत हो गए. थोड़ी ही देर बाद उन्होनें दूसरा ट्वीट करते हुए उसे पिन भी कर दिया और इस ट्वीट में उन्होनें न सिर्फ नेताजी मुलायम सिंह यादव को नमन किया बल्कि एक बार फिर से डिंपल को टिकट देने पर निशाना साधा.
केशव ने दूसरा ट्वीट करते हुए लिखा, “सपा का न वर्तमान न भविष्य! मुलायम सिंह यादव जी को नमन ! मैनपुरी में खिलेगा कमल! सपा मतलब श्री अखिलेश यादव श्रीमती डिंपल यादव प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी!#मैनपुरीकमलका_फूल.”
यानी सीधे तौर पर पहले तो उन्होनें समाजवादी पार्टी के वर्चस्व को लेकर हमला किया, जिसके बाद उन्होनें नेताजी को नमन किया और आखिरकार ये कह डाला कि मैनपुरी जो कि समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है वहां कमल खिलाने की बात कर दी और आखिरी लाइन में परिवारवाद का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी को अखिलेश और डिंपल की प्राइवेट लिमिटेड कंपनी तक बता डाला.
अब देखना होगा कि केशव प्रसाद के हर हमले का जवाब देने वाले अखिलेश यादव, डिप्टी सीएम के इस फैसले पर क्या पलटवार करते हैं. मैनपुरी से अब जब डिंपल के नाम का ऐलान सपा की ओर से कर दिया गया है तो बीजेपी की ओर से कौन दावेदारी पेश करेगा ये देखना दिलचस्प होगा. मैनपुरी उपचुनाव को लेकर सपा अभी से जीत के दावे ठोक रही है और बीजेपी किसी भी सूरत में हार मानने को तैयार नहीं है.
मैनपुरी उपचुनाव: अखिलेश के पास ये चार विकल्प थे, पर डिंपल यादव को ही क्यों चुना गया? जानिए
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