उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में छानबे(सुरक्षित)विधान सभा उप चुनाव में छानबे के दो बड़े राजनीतिक घरानों की बड़ी टक्कर। बहु और बेटी चुनावी मैदान में होंगे आमने-सामने।ससुर और परिवार के राजनीतिक वजूद को बचाने बहु रिंकी कोल लड़ रही चुनाव तो वहीँ पिता के राजनीतिक विरासत के लिए मैदान में उतरी बेटी कीर्ति कोल।छानबे विधान सभा की जनता के बीच UP TAK ने चौपाल के माध्यम से यह जाने कि कोसिस किया कि आखिर रिंकी कोल और कीर्ति कोल के बीच इस मुकाबले पर जनता की क्या राय है।
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यह विधानसभा सुरक्षित होने के कारण यहां पर राबर्टसगंज लोक सभा सीट से पूर्व सांसद व छानबे विधान सभा से विधायक रहे भाई लाल कोल और वर्तमान में राबर्ट्सगंज से अपना दल(एस) सांसद पकौड़ी कोल के परिवार के बीच सीधी राजनीतिक लड़ाई रही है। दोनो छानबे विधान सभा से विधायक भी रहे है।भाई लाल कोल 2012 में छानबे विधान सभा से समाजवादी पार्टी से विधायक रहे मगर 2017 विधान सभा चुनाव में पकौड़ी कोल के बेटे राहुल प्रकास कोल ने भाई लाल कोल को हरा कर चुनाव जीता था।2022 में भाई लाल कोल के निधन के बाद बेटी कीर्ति कोल को समाजवादी पार्टी ने टिकट दिया मगर राहुल प्रकास कोल ने दूबारा सीट जीत कर परास्त किया।
Big fight between two big political houses of Chhanbe in Mirzapur, Uttar Pradesh in Chhanbe (reserved) assembly by-election. Daughter-in-law and daughter-in-law will be face-to-face in the election field. Daughter-in-law Rinki Kol is contesting elections to save the political existence of father-in-law and family, while daughter Kirti Kol is fighting for her father’s political legacy. UP TAK among the people of Chanbe assembly Tried to know through Chaupal that what is the public’s opinion on this contest between Rinke Kol and Kirti Kol
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