उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 5 सितंबर को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने ‘किसान महापंचायत’ में कहा, ”भारत सरकार ने 22 जनवरी से बातचीत बंद कर दी है. 650 से ज्यादा हमारे किसान शहीद हो गए. प्रधानमंत्री और सरकार ने यह तक नहीं कहा कि हम एक मिनट का मौन धारण करेंगे.”
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राकेश टिकैत ने कहा, ”यह समझना पड़ेगा आप लोगों को कि किस तरह से यहां देश की संपत्तियां बेची जा रही हैं. ये लोग कौन हैं, जो देश की संस्थाओं को बेच रहे हैं. इन लोगों की पहचान करनी पड़ेगी. देश में बड़े-बड़े आंदोलन चलाने पड़ेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने आज जो फैसले लिए हैं, उसके तहत बड़ी-बड़ी मीटिंग हमको देशभर में करनी पड़ेंगी.”
बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि अब ये मिशन खाली उत्तर प्रदेश या उत्तराखंड का नहीं है, ”संयुक्त मोर्चे का मिशन देश बचाने का होगा.”
राकेश टिकैत ने कहा कि आज लड़ाई उस मुकाम पर आ गई है कि देश के जो नौजवान हैं, जो बेरोजगार हैं, ये आंदोलन उनके कंधों पर है.
उन्होंने केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह से एक-एक चीज बेची जा रही है, तीन कानून भी उसी का हिस्सा हैं.
‘सरकारी संपत्तियां बेचकर जनता को धोखा दिया गया’
टिकैत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उसने जो चीजें घोषणापत्र में नहीं लिखी थीं, वो सरकार में आने के बाद की हैं और देश की जनता को धोखा दिया है.
उन्होंने कहा, ”धोखा नंबर 1 – हवाई जहाज और हवाई अड्डे बेचे जाएंगे. किसने परमिशन दी? किसकी ताकत है कि देश की संपत्तियों को बेचोगे. धोखा नंबर 2- बिजली बेचेंगे, प्राइवेट करेंगे बिजली को.”
इसके आगे उन्होंने कहा, ”ये सड़क बेचेंगे. पूरी सड़कों पर टैक्स लगेगा और एनएच के आसपास 500 मीटर तक कोई चाय की दुकान और गुमटी भी नहीं लगा सकता.”
राकेश टिकैत ने कहा कि एलआईसी, बैंक ये सब बिक रहे हैं, इनके खरीदार कोई और नहीं हैं, अडाणी और अंबानी हैं. उन्होंने यह भी कहा, ”एफसीआई की जमीन, जहां पर हमारा भंडारण होता था, वो पूरी जमीन, पूरे गोदाम अडाणी को दे दिए गए हैं. देश के बंदरगाह भी बिक गए. ये जल को बेच रहे हैं. प्राइवेट कंपनियों को नदियां बेची जा रही हैं.”
टिकैत ने कहा, ”’भारत बिकाऊ है’- ये भारत सरकार की पॉलिसी है.” उन्होंने यह ऐलान भी किया, ”हम मुजफ्फरनगर की धरती पर पैर नहीं रखेंगे, जब ये आंदोलन फतह होगा, तभी हम वापस आएंगे.”
”लगते रहेंगे अल्लाहु-अकबर और हर-हर महादेव के नारे”
टिकैत ने दावा किया, ”इस तरह की सरकारें अगर देश में होंगी तो ये दंगे करवाने का काम करेंगी.”
इसके आगे उन्होंने कहा कि जब टिकैत साहब (राकेश टिकैत के पिता महेंद्र टिकैत) थे, तब हर-हर महादेव और अल्लाहु-अकबर के नारे इसी धरती से लगते थे.
यह कहते हुए राकेश टिकैत ने महापंचायत में अल्लाहु-अकबर का नारा भी लगाया और उनके साथ-साथ वहां मौजूद भीड़ ने भी नारा लगाया.
राकेश टिकैत ने कहा, ”ये नारे हमेशा लगते रहेंगे, यहां दंगा नहीं होगा, ये तोड़ने का काम करेंगे, हम जोड़ने का काम करेंगे.”
चुनाव नहीं लड़ेंगे, देश बचाने के लिए 3 कानूनों से अलग मोर्चे पर भी होगी लड़ाई: राकेश टिकैत
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