उत्तर प्रदेश में रविवार, 28 नवंबर को होने वाली 2021 की यूपी अध्यापक पात्रता परीक्षा (UPTET) पेपर लीक होने की वजह से स्थगित कर दी गई. इसके बाद से लगातार UPTET के अभ्यर्थी अपनी परेशानियां बयां कर रहे हैं. रायबरेली और प्रयागराज में ऐसे ही कई अभ्यर्थियों ने यूपी तक को अपनी-अपनी मुश्किलों के बारे में बताया और सरकार के प्रबधंन पर नाखुशी जाहिर की.
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सीरत द्विवेदी नाम के एक अभ्यर्थी ने बताया, ”27 तारीख को मेरा अयोध्या में यूपी एसआई का एग्जाम था. मैं 26 तारीख को वहां गया, 27 को एग्जाम दिया और 28 को यूपीटेट लगा हुआ था. ये समझ लीजिए कि मेरे पास आने-जाने के लिए किराया भी नहीं था. मेरे पापा बेरोजगार हैं. मेरे भाई हैं एक, दस हजार की सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं, उनसे दो-ढाई हजार रुपया महीना कभी आ जाता है.”
UPTET को लेकर उन्होंने कहा,
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”परीक्षा केंद्र में ऐसा बर्ताव कर रहे थे, जैसे हम लोग ही शिक्षा माफिया हों. ऐसे मार-मारकर भगाया जा रहा था, मानो (पेपर) हम लोगों ने ही आउट किया हो.
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”हम इतने गरीब घर से आते हैं, न रूम का किराया देने के पैसे हैं, (परीक्षा रद्द होने के बाद) योगी जी ने कहा कि आप लोग जाइए बस में फ्री, जबकि कंडक्टर ने कहा कि उनके पास कोई आदेश नही हैं.”
इसके आगे सीरत ने कहा, ”हम लोग कैसे जिएं, इतना हरासमेंट हो चुका है कि अब आत्महत्या के ख्याल आने लगे हैं. अगर हम आत्महत्या करने जाएंगे तो पूरे आरोप योगी जी के ऊपर ही लगाएंगे, उन्हीं को दोषी ठहराएंगे.”
बाकी अभ्यर्थियों ने क्या-क्या बताया, उसे आप ऊपर दिए गए वीडियो में देख सकते हैं.
UPTET पेपर लीक मामले में कहां हुई चूक? योगी सरकार के मंत्री ने दिया ये जवाब
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