लखनऊ : लेडी डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिये 2 करोड़ रुपये, अब UP STF ने लिया ये बड़ा एक्शन

आशीष श्रीवास्तव

05 Sep 2024 (अपडेटेड: 05 Sep 2024, 07:44 PM)

Lucknow News : उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. अभी हाल ही में लखनऊ की महिला डॉक्टर से डिजिटल अरेस्ट कर दो करोड़ की ठगी की गई थी.

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Lucknow News : उत्तर प्रदेश के साथ-साथ पूरे देश में डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. अभी हाल ही में लखनऊ की महिला डॉक्टर से डिजिटल अरेस्ट कर दो करोड़ की ठगी की गई थी. वहीं पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए बड़ी कार्रवाई की है.यूपी एसटीएफ (विशेष कार्य बल) ने तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने लखनऊ के एसजीपीजीआई की एक डॉक्टर को धोखा देकर 2 करोड़ रुपये की ठगी की थी.

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डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिये 2 करोड़ रुपये

ठगों ने डॉक्टर को नेशनल सिक्योरिटी और मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर उन्हें नया फोन खरीदने के लिए मजबूर कर दिया था. इसके बाद, उस फोन के सहारे उन्हें डिजिटल तरीके से गिरफ्तार करते हुए सात दिनों तक फर्जी सरकारी खाते में पैसा ट्रांसफर करने के नाम पर करोड़ों रुपये ऐंठ लिए थे. गिरफ्तार हुए अपराधियों में ओड़िशा की हरिप्रिया प्रधान, प्रयागराज के जितेंद्र कुमार यादव और गाजीपुर के हितेश उर्फ ज्ञानचंद्र शामिल हैं. ये ठग कभी खुद को ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) तो कभी सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) अधिकारी बनकर लोगों को डराते और उनसे ठगी करते थे.

तीन गिरफ्तार

एसटीएफ की टीम ने गिरोह के तीनों सदस्यों को लखनऊ से गिरफ्तार कर स्थानीय थाने के सुपुर्द कर दिया है. फिलहाल, एसटीएफ इन आरोपियों के बैंक खातों और वॉलेट की जानकारी जुटा रही है, जिससे इनके नेटवर्क को और भी खोला जा सके. यह मामला दिखाता है कि कैसे साइबर अपराधी लोगों को डराकर और भ्रमित करके उनसे पैसे ऐंठने के नये-नये तरीके अपना रहे हैं. इस घटना ने दिखाया है कि साइबर अपराध की पकड़ कितनी गहरी हो चुकी है, और यहाँ तक कि अच्छे-खासे पढ़े-लिखे लोग भी इनके जाल में फंस सकते हैं. 
 

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