Mangesh Yadav Encounter Update: मंगेश यादव के एनकाउंटर ने उत्तर प्रदेश में एक नई बहस को जन्म दिया है. सुलतानपुर में सर्राफा डकैती कांड का आरोपी मंगेश यादव पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. इस घटना के बाद से प्रदेश में राजनीतिक और सामाजिक हलकों में घमासान मचा हुआ है. एक ओर पुलिस ने इसे अपनी बड़ी कामयाबी बताया हैं, वहीं दूसरी तरफ एनकाउंटर की प्रक्रिया और उसकी पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं. इस बीच गुरुवार को यूपी पुलिस के बड़े अधिकारियों ने एक वीडियो जारी कर मंगेश यादव को लेकर एक बड़ा दावा किया. खबर में विस्तार से जानिए पुलिस ने मंगेश को लेकर क्या कहा है?
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मालूम हो कि आज यानी गुरुवार को उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश और एडीजी लखनऊ जोन एसबी शिरोडकर ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए लूटकांड और एनकाउंटर से जुड़ी जानकारी साझा की. इस दौरान, पुलिस ने मंगेश यादव की मां और बहन का एक वीडियो भी जारी किया. वीडियो में सवाल पूछे जाने पर दोनों कह रही हैं कि मंगेश 3 महीने से घर नहीं आया है. मगर मंगेश के एनकाउंटर के बाद उसकी बहन ने मीडिया से बातचीत में यह दावा किया था कि पुलिस घर से मंगेश को उठाकर ले गई थी, जिसके बाद उसका एनकाउंटर किया गया. फिलहाल पुलिस के इस दावे ने मामले में नया ट्विस्ट ला लिया दिया है. पुलिस का कहना है उसके पास कोर्ट में खुद को सही साबित करने के पर्याप्त सबूत हैं.
वहीं, पुलिस ने बताया कि अंकित, अरबाज, मंगेश यादव, अनुज प्रताप सिंह और फुरकान ने मिलकर इस डकैती को अंजाम दिया था. इन पांचों ने सर्राफा की दुकान में घुसकर लूटपाट की. पुलिस के मुताबिक, एनकाउंटर में मारा गया मंगेश यादव हेलमेट पहनकर दुकान में तीसरे नंबर पर दाखिल हुआ था. उसने पिस्तौल के बल पर धमकाते हुए कहा था कि 'अगर कोई हिला तो गोली मार दी जाएगी.'
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