Umar Ansari News: माफिया मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी और उनकी बेटी नुसरत ने 13 मई को अपना नामांकन एक साथ दाखिल किया. चर्चा है कि अफजाल अंसारी की सजा का एक मामला हाईकोर्ट में चल रहा है, इसलिए उनके साथ-साथ उनकी बेटी ने भी नामांकन दाखिल किया है. बता दें कि अब तक मुख्तार के छोटे बेटे उमर अंसारी अफजाल के चुनाव प्रचार में नजर नहीं आ रहे थे. मगर वह नामांकन के दिन नजर आए. उन्होंने कहा कि कोर्ट केस की वजह से वो व्यस्त थे और उनके परिवार में सब एक हैं. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उन्हें खरीदने की कोशिश की गई, पर वह बिके नहीं. खबर में आगे जानिए उन्होंने क्या-क्या कहा?
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उमर अंसारी ने कहा, "मेरे ऊपर दुखों का बड़ा पहाड़ टूटा है. लेकिन आप सबने देखा है कि हमने संयम नहीं खोया है. मेरे पिता की सुनियोजित हत्या हुई है. उसे मैं मौत नहीं हत्या मानता हूं. बावजूद उसके जो जन सैलाब उनके जनाजे में उमड़ा, उससे सरकार की आंखें खुल गई हैं. जिन्होंने सोचा था कि इस साजिश को अंजाम देकर लाभ लेंगे वो टोटल बैक फायर हो चुका है. आज पूर्वांचल की हर सीट पर भाजपा को 50 से डेढ़ लाख तक के वोटों का नुकसान हुआ है. हम लोग कभी जात मजहब की राजनीति नहीं करते, कोई हमारे दरवाजे आता है तो हम उसके आंसू पोछने का काम करते हैं. हमारा दीन भी हमें यही सिखाता है."
भाजपा पर हमला बोलते हुए उमर ने कहा, "आप हमें कहते हो आतंकवादी, भूमाफिया, गुंडा और अपराधी. आप मुकदमे तो गिना देते हो लेकिन ये नहीं बताते कि कितने मुकदमों में वो बरी हो गए थे. एक मुकदमा 2005 में जेल जाने से पहले का था और बाकी सारे मुकदमें झूठे हैं. हमारे बाबा सांसद जी पर झूठा मुकदमा लगा कर गैंगस्टर एक्ट में सजा करा दी गई, जिसके मूल केस में वो बरी हो चुके हैं."
उमर ने दिया विस्फोटक बयान
उमर अंसारी ने कहा, "हमें दबाना और झुकना चाहते हैं ये लोग और बड़ी जिम्मेदारी से बताना चाहता हूं कि हमें खरीदने की भी कोशिश की गई पर हम नहीं बिके, हमारे पास ऑफर भेजा गया हम नहीं बिके, जब नहीं बिक तो मेरी मां पर सोलह मुकदमें लगाए गए. आपमें से बहुत से लोगों ने उन्हें देखा भी नहीं होगा. उनपर पांच सौ के बोर्ड चोरी का भी मुकदमा लिखा गया."
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