UP News: देश में एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है. एनडीए यनी राष्ट्रीय जनतांत्रित गठबंधन ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया है. संसद भवन की पुरानी इमारत के संविधान कक्ष में बकायदा एनडीए सांसदों की अहम बैठक हुई. इस दौरान सभी ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुना. इस दौरान एनडीए के प्रमुख दलों के सहयोगी मंच पर बैठे नजर आए. मगर राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई.
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बता दें कि रालोद चीफ जयंत भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं और सांसदों के साथ बैठे नजर आए. अब इसी को लेकर बयानबाजी शुरू हो चुकी है. दरअसल एनडीए में शामिल रालोद ने यूपी में 2 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की है. ऐसे में जयंत चौधरी का मंच पर नहीं बैठा, अब विवादों में आ गया है. सपा-कांग्रेस इस मामले को उठा रहे हैं और इशारों ही इशारों में जयंत चौधरी को एनडीए छोड़ विपक्षी गठबंधन में शामिल करना चाह रहे हैं.
सपा-कांग्रेस डाल रही जयंत पर डोरे
यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय ने जयंत को मंच पर जगह नहीं दिए जाने को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि एनडीए में जो जाएगा, उसके साथ वही होगा. अजय राय ने कहा, मोदी के यहां जो जाएगा उसके साथ यही होगा. उनके यहां पार्टी में शामिल करते वक्त boquet दिए जाते हैं, बड़े बड़े हार दिए जाते हैं और लेने के बाद उनको अपमानित करते हैं. उनको बेइज्जत किया जाता है.
‘1 सीट वाली अनुप्रिया पटेल को भी जगह मिली’
इस पूरे मामले पर समाजवादी पार्टी के नेता आईपी सिंह का भी बयान आया. उन्होंने कहा, जयंत चौधरी को मंच पर जगह नहीं दी गई. उन्हें नीचे बिठाया गया. बाकी एक सीट वाली अनुप्रिया पटेल, अजीत पवार, जीतन मांझी को भी मंच पर जगह दी गई. मगर रालोद चीफ को मंच पर नहीं बैठाया गया. ये किसानों का अपमान है. ये किसान नेता रहे पूर्व प्रधानमंत्री चरण सिंह जी पोते का अपमान है.
आपको बता दें कि लोकसभा चुनावों से ठीक पहले जयंत चौधरी भाजपा नीत एनडीए में शामिल हो गए थे और उन्होंने विपक्षी दल इंडी को छोड़ दिया था. मोदी सरकार ने भी चुनावों में रालोद को 2 सीट दी थी. बता दें कि रालोद दोनों सीटे जीतने में कामयाब भी रही है.
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