उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. मिली जानकारी के अनुसार, जिले की बिल्सी तहसील के एक गांव से आधार कार्ड बनाने के दौरान हुई एक ऐसी लापरवाही सामने आई है, जिससे अब एक शख्स को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, शख्स जब अपनी बच्ची का एडमिशन कराने के लिए प्राथमिक विद्यालय पहुंचा, तो टीचर ने एडमिशन करने से इनकार कर दिया. इसकी वजह ये थी कि आधार कार्ड पर बच्ची के नाम के स्थान पर ‘मधु का पांचवां बच्चा’ अंकित था. वहीं, जिलाधिकारी दीपा रंजन ने कहा है कि ये मामला उनके संज्ञान में नहीं है. हालांकि उन्होंने लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
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सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये आधार कार्ड
‘मधु का पांचवां’ बच्चा लिखा आधार कार्ड सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. आपको बता दें कि बिल्सी तहसील क्षेत्र के रायपुर गांव के रहने वाले दिनेश के 5 बच्चे हैं. उनके तीन बच्चे गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में पढ़ते हैं.
जानें पूरा मामला-
बता दें कि दिनेश जब अपनी बेटी आरती का एडमिशन कराने विद्यालय पहुंचे, तो वहां मौजूद शिक्षिका एकता वार्ष्णेय ने नामांकन की सभी औपचारिकताओं को पूरी करने के बाद जब बच्ची का आधार कार्ड देखा तो वह हैरान रह गईं. आधार कार्ड में बच्ची आरती के नाम के स्थान पर ‘मधु का पांचवां बच्चा’ लिखा हुआ था. इसके बाद शिक्षिका ने छात्रा आरती के पिता दिनेश को आधार कार्ड संशोधित कराने के बाद ही एडमिशन करने की बात कही. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि लोग इस तरह की गलतियों को नजरअंदाज ना करें और समय रहते इनका संशोधन करा लें.
बदायूं की जिलाधिकारी दीपा रंजन ने इस मामले पर बताया कि आधार कार्ड बैंक और डाक घर में बनाए जा रहे हैं और यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. उन्होंने कहा, “अगर ऐसा हुआ है, तो यह घोर लापरवाही है. बैंक और डाक घर के अधिकारियों को सतर्क किया जाएगा और इस तरह की लापरवाही करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.”
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