UP News: उत्तर प्रदेश के गोंडा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक मुस्लिम महिला का शव 12 घंटे तक रखा रहा. मगर वह कब्र में दफन नहीं हो पाया. दरअसल मौलाना ने फतवा दे दिया कि महिला काफिर थी. इसके बाद मौलाना ने जनाजे की नमाज पढ़वाने से भी मना कर दिया. ऐसे में महिला का शव 12 घंटों तक रखा रहा. बाद में परिजनों ने खुद शव को कब्रिस्तान में दफनाया.
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अब मृतक महिला के शौहर नुरूद्दीन ने धानेपुर थाने में नामजद मौलाना के खिलाफ तहरीर दी है. पीड़ित का कहना है कि जो उनके साथ हुआ है, वह और किसी के साथ नहीं होना चाहिए.
मृतक मुस्लिम महिला को बोल दिया काफिर
ये पूरा मामला धानेपुर थाना क्षेत्र के सांवलपुरवा उज्जैनी कला गांव से सामने आया है. यहां रहने वाले नुरूद्दीन की पत्नी काफी समय से बीमार थी. इलाज के दौरान बीते 9 दिसंबर की सुबह उसकी मौत हो गई. आरोप है कि जब पीड़ित परिवार शव के लिए नमाजे जनाजा पढ़ाने के लिए गांव के मौलाना-मुफ्ती मारूफ के पास गया तो उसने मृतका के काफिर होने का फतवा जारी कर दिया. इसी के साथ उसने नमाजे जनाजा पढ़ाने से भी इनकार कर दिया.
आरोप है कि जब पीड़ित परिवार ने दूसरे मौलाना को बुलाने की बात कही तो मौलाना ने जान से मारने की भी धमकी दी. पीड़ित परिवार ने मौलाना को मनाने और समझाने की काफी कोशिश की. मगर वह नहीं माना तो मृतका का शव 12 घंटों तक रखा रहा.
इसके बाद परिजनों ने रात के समय शव को कब्रिस्तान में खुद ही दफनाया. अब इस मामले में नूरुद्दीन ने धानेपुर थाने में नामजद मौलाना के खिलाफ तहरीर दी है. पीड़ित का कहना है कि उसे इंसाफ चाहिए. जो उसके साथ हुआ है, वह और किसी के साथ नहीं होना चाहिए. इस मामले पर सीओ सदर शिल्पा वर्मा ने नुरूद्दीन के शिकायती पत्र पर जांच करके कार्रवाई की बात कही है.
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