UP News: बांदा जिले के अतर्रा कस्बे के रहने वाले कुलदीप द्विवेदी छत्तीसगढ़ के सूरजपुर इलाके में स्थित नवोदय विद्यालय में शिक्षक थे. वह अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ में ही रहते थे. गर्मी की छुट्टियां थी, ऐसे में कुलदीप अपने परिवार के साथ बांदा अपने घर आ गए थे. परिवार में पत्नी रुचि, 10 साल का बेटा गोपाल और 4 साल की बेटी गौरी है. ऐसे में जब छुट्टियां खत्म हुईं तो कुलदीप अपने परिवार के साथ वापस छत्तीसगढ़ जाने के लिए निकले. मगर ये सफर उनका और उनकी पत्नी-बेटा का आखिरी सफर साबित हुआ. अब सिर्फ कुलदीप की 4 साल की मासूम गौरी ही जिंदा है.
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दरअसल ये परिवार मध्य प्रदेश में भयानक हादसे का शिकार हो गया. मध्य प्रदेश के सतना के उचेहरा टोल प्लाजा के पास कुलदीप की गाड़ी ऐसे हादसे का शिकार हुई कि किसी को बचने का कोई मौका ही नहीं मिला. मासूम बच्ची को छोड़कर सभी की मौके पर ही मौत हो गई और सभी काल के गाल में समा गए.
आखिर हुआ क्या इस परिवार के साथ?
कुलदीप अपने परिवार के साथ छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जा रहे थे. नवोदय विद्यालय छुट्टी के बाद खुलने जा रहे थे, ऐसे में अपने परिवार के साथ गाड़ी में सफर कर रहे कुलदीप मध्य प्रदेश के सतना पहुंचे. इस दौरान जैसे ही उनकी गाड़ी टोल प्लाजा के पास पहुंची तभी एक ट्रक ओवरटेक करने लगा.
ट्रक में लोहा जा रहा था. ओवरटेक के दौरान ट्रक का पहिया निकल गया और तेज रफ्तार में ट्रक गाड़ी के ऊपर पलट गया. इस हादसे में कुलदीप, पत्नी रुचि और बेटे गोपाल की मौके पर ही मौत हो गई.
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई
कहते हैं कि जब जिंदगी बची होती है, तो किसी ना किसी तरह से इंसान मौत को मात दे ही देता है. कुछ ऐसा ही इस केस में हुआ. दरअसल जब ट्रक गाड़ी के ऊपर पलटा तब गाड़ी में बैठे कुलदीप, उनकी पत्नी और बेटे की दबकर मौत हो गई. मगर इस दौरान ना जाने किस तरह से 4 साल की मासूम गाड़ी की सीट के नीचे आ गई और उसकी जिंदगी बच गई. मासूम को इस भयानक हादसे में कोई भी गंभीर चोट नहीं आई और वह पूरी तरह से सुरक्षित है.
बता दें कि हादसे के बाद ट्रक का ड्राइवर मौके से भाग निकला. मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और काफी मुश्किल से शवों का गाड़ी से निकाला गया. बता दें कि पोस्टमॉर्टम के बाद तीनों के शवों को उनके घर बांदा भेज दिया गया है. परिजनों में घटना के बाद कोहराम मचा हुआ है. परिवार घटना से सहम गया है. इस पूरे हादसे से 5 साल की बच्ची अनाथ हो गई है. बता दें कि मृतक के पिता लेखपाल थे, जो रिटायर हो चुके हैं. परिवार में मृतक कुलदीप के 2 भाई ओर भी हैं. फिलहाल पुलिस ने बच्ची को परिवार को सौंप दिया है.
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