संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने बताया है कि उसने लखीमपुर खीरी हिंसा से जुड़े अदालती मामलों में पक्ष रखने के लिए वकीलों की सात सदस्यीय एक समिति बनाई है.
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केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे करीब 40 कृषि संघों के एकीकृत संगठन एसकेएम ने कहा कि समिति में अधिवक्ता सुरेश कुमार मुन्ना, हरजीत सिंह, अनुपम वर्मा, मोहम्मद ख्वाजा, यादविंदर वर्मा, सुरेंदर सिंह और इसरार अहमद शामिल हैं.
मोर्चा ने एक बयान में कहा, “लखीमपुर खीरी मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ यह सात सदस्यीय दल कानूनी लड़ाई को देखेगा.”
किसान संगठन ने कहा कि वो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी के लिए भी लड़ाई लड़ेगा.
उसने कहा कि अधिवक्ताओं का पैनल संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ अधिवक्ताओं के मार्गदर्शन में मृतक और घायल किसानों को न्याय दिलाने के लिए लगातार काम करेगा, जिसमें घटना में मारे गए युवा पत्रकार का परिवार भी शामिल है.
बता दें कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया इलाके में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों और एक पत्रकार समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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