Mangesh Yadav Encounter Case : उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में हुए लूट और उसके बाद आरोपी मंगेश यादव के एनकाउंटर के मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है. मंगेश यादव के एनकाउंटर ने प्रदेश की राजनीति को भी काफी गर्मा दिया है. एक तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं तो दूसरी तरफ सीएम योगी ने प्रदेश की कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए विपक्ष पर पलटवार किया है. एनकाउंटर पर उठ रहे सवालों के बीच मंगेश यादव के परिवार ने बड़ा दावा किया है.
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मंगेश की बहन ने किया बड़ा दावा
यूपी तक से बात करते हुए मंगेश यादव की बहन प्रिंसी ने बताया कि, 28 अगस्त, जिस दिन सुल्तानपुर में डकैती की घटना हुई उस दिन मंगेश हमारे साथ था. मैं, मंगेश के साथ स्कूल गई थी फीस जमा करने. फीस कार्ड घर पर छूट जाने के कारण हम फीस जमा नहीं कर पाए. स्कूल से मैं जब घर लौट कर आई तो मंगेश घर पर ही था. वह उस दिन घऱ से बाहर कहीं गया ही नहीं था. अगर मेरा भाई लूटेरा और डकैत था तो हम इस हाल में रहते. हमलोगों का भी घर रहता था.
मंगेश की बहन ने आगे बताया कि, पिछले सोमवार की रात दो बजे पुलिस हमारे घर आई थी और पूछताछ का बोलकर भाई को घर से लेकर गई थी. मेरा भाई घर पर ही था, सोया हुआ था. पुलिस के साथ एक महिला भी थी उसने कहा कि तुमलोग ज्यादा बोलेगे तो तुम्हें भी मारेंगे. उहोंने घर की तलाशी भी ली और उन्हें कुछ नहीं मिला. वो लग करीब 20 मिनट तक रूके और भाई को लेकर चले गए. अगले दिन भाई की मौत की खबर सामने आई. पुलिस वालें कह रहा हैं कि भाई के पास बाइक था पर उसके पास कोई बाइक नहीं था. पुलिस वाले उसे घर से उठाकर ले गए और भाई को मार दिया.
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