गाजियाबाद में बेटे के शव के साथ 3 दिन से रह रही थीं मां-बेटी, पुलिस आई तो पता चली हैरान कर देने वाली कहानी

मयंक गौड़

22 Jul 2024 (अपडेटेड: 22 Jul 2024, 01:32 PM)

गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक घर में पिछले तीन दिनों से मां-बेटी अपने 4 साल के बेटे के शव के साथ बैठे हुए थे. घर से लगातार आ रही बदबू से परेशान आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.

Ghaziabad

Ghaziabad

follow google news

गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. यहां एक घर में पिछले तीन दिनों से मां-बेटी अपने 4 साल के बेटे के शव के साथ बैठे हुए थे. घर से लगातार आ रही बदबू से परेशान आसपास के लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस को देख महिला ने यह बताया कि उसका बेटा पिछले तीन दिनों से बीमार है और जमीन पर लेटा हुआ है. ऐसे में पुलिस ने महिला को समझा-बुझाकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्ट्म के लिए भेज दिया. फिलहाल मौत की वजह सामने नहीं आई है और पुलिस आगे की विधिक कार्रवाई में जुटी हुई है.

यह भी पढ़ें...

क्या है पूरा मामला

यह पूरा मामला गाजियाबाद के लिंक रोड थाना क्षेत्र का है. यहां एक घर में तीन दिन पहले हुई किशोर की मौत के बाद भी उसकी मां और बहन शव के पास बैठे हुए थे. महिला को इस बात का एहसास  ही नहीं था कि उसके बेटे की मौत हो चुकी है. हालांकि फ्लैट से आ रही लगातार बदबू के बाद आसपास में मौजूद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी.पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेना चाहा तो वहां बैठी मृतक की बहन व मां ने शव को उठाने से मना कर दिया. हालांकि पुलिस ने महिला और उसकी बेटी को समझाबुझाकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. 

एसीपी रजनीश उपाध्याय ने क्या बताया

इस मामले पर बातचीत करते हुए एसीपी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि जब वह घर के अंदर घुसे तो वहां काफी गंदगी थी.  इस दौरान उन्होंने जैसे तैसे महिला और उसकी बेटी को समझाकर किशोर तेजस के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. एसीपी रजनीश के मुताबिक, घर में महिला कोमल अपनी 22 वर्षीय बेटी और 14 वर्षीय बेटे के साथ यहां रहती थी. वहीं  उसके पति की 10 साल पहले किसी बीमारी के कारण  मौत हो गई थी. तभी से यह लोग मानसिक रूप से बीमार हैं. इनका दिल्ली के इभास अस्पताल से इलाज चल रहा था. बीमारी के कारण बेटी ने भी 12वीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी.

 

 


महिला के भाई प्रशांत जैन दिल्ली चावड़ी बाजार में काम करते हैं और वो ही इस परिवार का खर्चा उठाते थे. तीनों किसी से मतलब तक नहीं रखते थे. किशोर कई दिन से बीमार था. शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं है. मां और बेटी मानसिक तौर पर बीमार हैं जिसके कारण उन्होंने अपने बेटे कि मौत की सूचना किसी को नहीं दी.  पुलिस को घर में देखकर महिला ने बताया कि उसका बेटा पिछले 3 दिनों से बीमार है और ऐसे ही जमीन पर लेटा हुआ है. पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि किशोर की मौत किस वजह से हुई हैं. वहीं घर में मौजूद महिला और उसकी बेटी के इलाज के लिए डॉक्टरों और महिला के रिश्तेदारों से भी संपर्क किया जा रहा है.

    follow whatsapp