10 जून को जुमे की नमाज के बाद पैगंबर मोहम्मद पर पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा की कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रयागराज के अटाला और करेली में हिंसा भड़की थी. आपको बता दें कि हिंसा के 59 आरोपियों के प्रयागराज पुलिस ने सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी कर दिए हैं.
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वहीं, आईजी जोन राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस टीम के ऊपर प्रतिदिन आने वाला खर्च भी इन्हीं आरोपियों से वसूला जाएगा. उन्होंने कहा कि उपद्रव के दौरान आमजन के वाहनों में भी टूट तोड़फोड़ की गई थी, ऐसे लोग भी प्रशासन को अपने नुकसान का स्टेटमेंट दे सकते हैं. उनके नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से वसूली जाएगी.
जिले के एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि शहर के प्रमुख चौक-चौराहों पर आरोपियों के पोस्टर जल्द लगाए जाएंगे और ये वो आरोपी हैं जिनकी पहचान तो हो गई है, लेकिन ये अभी फरार हैं.
एसएसपी ने और क्या बताया?
एसएसपी ने आगे कहा, “सीसीटीवी फुटेज, वीडियो और सर्विलांस के जरिए आरोपियों की तस्वीर सामने आई है. पहचान होने के बाद सरेंडर न करने पर आरोपियों को वॉरेंट जारी किया जाएगा. इसके साथ ही साथ सरेंडर न करने वाले आरोपियों के घरों की कुर्की भी होगी.
इससे पहले प्रयागराज पुलिस ने दावा करते हुए कहा था, “साजिशकर्ताओं ने नाबालिगों को सामने लाकर बवाल करवाया था. उन्हें बरगलाकर पथराव कराया गया था. इन लड़कों को आरोपित करने से पहले हर तथ्य की जांच की जा रही है. केवल मौजूदगी के आधार पर इन लड़कों को आरोपी नहीं बनाया जाएगा.”
एसएसपी ने कहा है कि नाबालिगों पर विचार किया जाएगा और आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों पर ही विधिक कार्रवाई की जाएगी, किसी बेकसूर को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
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