माफिया डॉन अतीक अहमद, जिसके नाम की कभी प्रयागराज समेत समूचे उत्तर प्रदेश में तूती बोलती थी, उसने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उसके ही गढ़ प्रयागराज में उसपर हमला हो जाएगा और वह मारा जाएगा. माफिया अतीक और अशरफ पर शूटर्स ने ऐसे गोलियां चलाई जिसे देख वहां मौजूद पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए. किसी को कुछ समझ ही नहीं आया. अब यूपीतक ने उस होटल से लेकर वारदात वाली जगह तक की पड़ताल की है. यूपीतक की पड़ताल में हैरान कर देने वाली बात सामने आई है.
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जहां वारदात हुई वहां से शूटर्स के होटल की दूरी महज 500 मीटर
बता दें कि जिस होटल में तीनों शूटर्स ठहरे हुए थे वहां से अस्पताल की दूरी महज 500 मीटर थी. तीनों शूटर्स जिस होटल में ठहरे हुए थे वहां से पुलिस स्टेशन भी सिर्फ 50 कदम की दूरी पर ही था. बता दें कि तीनों शूटर्स प्रयागराज के स्टे इन होटल में ठहरे हुए थे.
होटल स्टे इन के मैनेजर ने बताया की शूटर्स 13 अप्रैल की शाम 8:30 बजे होटल में दाखिल हुए थे. 15 अप्रैल को शूटर्स ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ पर गोलियां बरसा दी और हत्याकांड को अंजाम दे डाला.
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पैदल चलकर आए और चला दी गोलियां
बता दें कि होटल से काल्विन अस्पताल और काल्विन अस्पताल से होटल पहुंचने में सिर्फ 2 से तीन मिनट लगते हैं. वारदात वाली रात तीनों शूटर्स होटल से निकलकर पैदल ही काल्विन अस्पताल पहुंचे और वहां पुलिस अभिरक्षा में लाए जा रहे माफिया डॉन अतीक और उसके भाई पर गोलियां बरसा दी.
यूपीतक की पड़ताल में सामना आया कि शूटर्स ने पूरी योजना के तहत इस हत्याकांड को अंजाम दिया. वारदात को अंजाम देने से पहले शूटर्स ने पहले काल्विन अस्पताल की रेकी भी की. शूटर्स को बस सही समय का इंतजार रहा और मौका मिलते ही उन्होंने घटना को अंजाम दे दिया.
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आपको यह भी बता दें कि जहां अतीक और अशरफ की हत्या हुई वह जगह उस जगह के भी पास है जहां अतीक ने अपने माफिया गुरु चांद बाबा की भी हत्या कर डाली थी. काल्विन अस्पताल इलाके के पास ही अतीक गैंस और चांद बाबा गैंग के बीच जमकर गोलियां चली थी, जिसमें चांद बाबा की हत्या हो गई थी.
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