बनारस के मदनपुरा में मुस्लिम मालिक के घर के पास जो मंदिर मिला उसे लेकर अब ADM, DCP ने क्या बताया?
रोशन जायसवाल
18 Dec 2024 (अपडेटेड: 18 Dec 2024, 01:13 PM)
मदनपुरा, बनारस में एक मुस्लिम मालिक के घर के पास स्थित 40 साल पुराना बंद मंदिर फिर सुर्खियों में. प्रशासन स्वामित्व की जांच कर रहा है. क्या यह मंदिर फिर खुलेगा? जानें ADM और DCP का बयान.
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वाराणसी के मदनपुरा इलाके में 40 साल से बंद पड़े एक मंदिर को खोलने की मांग जोर पकड़ रही है. जिला प्रशासन ने मंदिर के स्वामित्व की जांच शुरू कर दी है.
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ADM (शहर) आलोक वर्मा ने कहा कि मंदिर के स्वामित्व से जुड़े पुराने दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं. अगर यह सार्वजनिक संपत्ति घोषित होता है, तो इसे सभी के लिए खोला जाएगा
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DCP काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि स्थानीय लोगों को मंदिर खोले जाने पर कोई आपत्ति नहीं है. क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए PAC की तैनाती की गई है.
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सनातन रक्षा दल के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि मंदिर खोलने का प्रयास विवाद या संघर्ष के लिए नहीं, बल्कि इसे पुनर्जीवित करने के लिए किया जा रहा है.
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मंदिर परिसर लंबे समय से उपेक्षित है और मलबे से भरा हुआ है. स्थानीय प्रशासन ने मंदिर की सफाई जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया है.
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ADM और DCP ने कहा कि मंदिर खोलने की प्रक्रिया कानूनी सलाहकारों की देखरेख में होगी. हर कदम प्रशासन की निगरानी में होगा.
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स्थानीय प्रशासन और पुलिस का कहना है कि मंदिर खोलने का प्रयास पूरी तरह शांतिपूर्ण है. मंदिर को पुनः सभी के लिए उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है.
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