Sisamau Byelection: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनावों में सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी नसीम सोलंकी ने दीपावली के मौके पर वनखंडेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना कर शिवलिंग के पास दीप जलाया. नसीम सोलंकी ने मंदिर में जलाभिषेक करते हुए भगवान शिव से जीत की प्रार्थना की और अपनी श्रद्धा व्यक्त की. पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी इस चुनाव में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रही हैं.
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इस मौके पर सोलंकी परिवार के समर्थकों और स्थानीय निवासियों ने भी उनके साथ प्रार्थना में भाग लिया. स्थानीय राजनीतिक माहौल में इस पूजा-अर्चना को चुनावी प्रचार के साथ-साथ धार्मिक आस्था के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है. नसीम सोलंकी का यह कदम मुस्लिम और हिंदू दोनों समुदायों के बीच एकता और सद्भाव का संदेश देने का भी प्रतीक माना जा रहा है.
क्यों खाली हुई सीसामऊ सीट?
दरअसल, 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में एक महिला ने इरफान सोलंकी पर घर पर कब्जा करने की मंशा से आगजनी करने का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद एमपी एमएलए कोर्ट ने 7 जून 2024 को इस मामले में सोलंकी को दोषी करार देते हुए उन्हें सात साल की सजा सुना दी, जिससे वो डिस्क्वलिफाई हो गए और उनकी विधायकी चली गई.
इस सीट का कैसा है सियासी इतिहास?
पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी ने जीत हासिल की थी. इरफान सोलंकी ने 69,163 वोट हासिल किए थे और भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई को 66,897 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी सुहेल अहमद 5,616 वोटों पर सिमट गए थे. साल 2017 और 2012 में भी इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी जीते ही थे. वहीं, साल 2007 और 2002 में कांग्रेस प्रत्याशी संजीव दरियाबादी जीते थे. इससे पहले 1996, 1993,1991 में लगातार बीजेपी के प्रत्याशी राकेश सोनकर यहां से जीते थे. मालूम हो कि 1985 में संजीव दरियाबादी की मां कमला भी यहां से चुनाव जीत चुकी हैं. मतलब तीन बार इस सीट पर कांग्रेस, तीन बार बीजेपी और तीन बार सपा जीत हासिल कर चुकी है.
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