UP Congress President Ajay Rai : विधानसभा घेराव के दौरान राजधानी लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडे की मौत का मामला गरमाता जा रहा है. प्रभात पांडे की मौत के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदर्शन के दौरान बीजेपी सरकार में पुलिस पर बल प्रयोग का आरोप लगाया. प्रभात पांडे के अंतिम संस्कार में पहुंचे अजय राय ने कहा कि, 'हम 24 कैरेट ब्राहम्ण हैं. मैं कोई झूठा नहीं हूं. मैं आधी रात को भी अपने लोगों के साथ खड़ा मिलूंगा. मेरा कार्यकर्ता चला गया. सरकार हमें प्रदर्शन करने से ही रोक रही थी. पुलिस हम सभी को रोक रही थी. बीजेपी के लोग गंदी राजनीति कर रहे हैं. पुलिस की मार से ही हमारा कार्यकार्ता मारा गया.' उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रशासन ने ही प्रभात पांडे की हत्या की है.
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गोरखपुर पहुंचा प्रभात पांडेय का शव
बता दें कि बुधवार को लखनऊ में कांग्रेस के 'विधानसभा घेराव' के दौरान कांग्रेस के 31 वर्षीय युवा नेता प्रभात पांडेय की मौत हो गई. प्रभात गोरखपुर के देईपार के निवासी थे. उनका शव जब उनके गांव पहुंचा, तो वहां मातम पसर गया और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है और आज प्रभात का अंतिम संस्कार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया.
अजय राय ने की ये मांग
यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने सरकार से प्रभात के परिवार को एक करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. इस घटना पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. रिपोर्ट्स में बताया गया कि प्रभात लखनऊ के कांग्रेस कार्यालय में दो घंटे तक बेहोश थे, और जब शाम 5 बजे उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद से राजनीतिक माहौल गरमा गया है.
कांग्रेस लगा रही ये आरोप
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा बल प्रयोग का आरोप लगाया है, जबकि राहुल और प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर इसे बीजेपी सरकार में पुलिस की बर्बरता करार दिया, वहीं, पुलिस अधिकारियों ने अफवाह फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है और बल प्रयोग से इंकार किया है. मृतक के चाचा मनीष पांडेय ने निष्पक्ष जांच की मांग की है और बताया कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय से उनके भतीजे की बेहोश हालत की सूचना मिली थी. उन्होंने मामले में निष्पक्षता की मांग करते हुए कहा कि उन्हें न्याय चाहिए, न कि राजनीति। यूपी कांग्रेस ने भी परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है.
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