अतुल सुभाष सुसाइड केस : पुलिस जांच में मदद नहीं कर रहा भाई, अभी तक नहीं दिए सबूत
Atul Subhash Case : बेंगलुरु में काम करने वाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामला इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है.
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Atul Subhash Case : बेंगलुरु में काम करने वाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष के सुसाइड मामला इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है. अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पत्नी निकिता सिंघानिया को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. पुलिस ने अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया सहित सभी आरोपियों के बयान दर्ज कर रही है. वहीं अब इस मामले में एक नया मोड़ सामने आया है.
पुलिस जांच में मदद नहीं कर रहा भाई
बेंगलुरु के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष खुदकुशी मामले की जांच तेजी से जारी है. हालांकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि अतुल के भाई विकास मोदी द्वारा जांच में पर्याप्त सहयोग नहीं मिल रहा है. विकास ने केस दर्ज होने के बाद से अब तक जांच अधिकारी के सामने सबूत पेश नहीं किए हैं और पूछताछ के लिए जारी नोटिस का जवाब नहीं दिया. पुलिस को सुसाइड नोट की लिखावट की पुष्टि के लिए सबूत की आवश्यकता है कि वह वास्तव में अतुल सुभाष की है या नहीं. इसके लिए विकास को समर्थन में सबूत देने होंगे, जिसमें अतुल द्वारा लिखा गया पत्र भी शामिल है. अब तक मिले सबूतों को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के लिए भेजा गया है.
ये मामला हुआ था वापस
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि निकिता सिंघानिया ने उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में अतुल के खिलाफ कई मामले दर्ज कराए थे, जिनमें अप्राकृतिक सेक्स का मामला भी शामिल था. बाद में अननेचुरल सेक्स के केस को वापस ले लिया गया था. इन मामलों के चलते अतुल को बार-बार बेंगलुरु से जौनपुर आना पड़ता था, जिससे वो मानसिक तनाव में थे.
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बेंगलुरु पुलिस ने निकिता, उसकी मां और भाई को गुरुग्राम और प्रयागराज से गिरफ्तार किया. न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया. अतुल सुभाष को 9 दिसंबर को उनके मुन्नेकोलालू स्थित घर में आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने अपने अंतिम क्षणों में 40 पन्नों का सुसाइड नोट लिखा और एक वीडियो बनाया था.
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