इजरायल पर दागी जा रही मिसाइलों के बीच वहां इस तरह अपनी जान बचा रहे यूपी के लड़के, कर रहे ये काम

देवेंद्र शर्मा

ADVERTISEMENT

Israel Iran Conflict
Israel Iran Conflict
social share
google news

Israel Iran Conflict : ईरान और इजरायल के बीच इस समय जंग की स्थिति है. मंगलवार रात को ईरान ने मिसाइलों से हमला किया. हमले में वहां कई लोगों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं. वहीं ईरान के हमले के बाद इजरायल में काम कर रहे भारतीयों के परिजनों की चिंता बढ़ गई. बता दें कि इजरायल में काम करने के लिए उत्तर प्रदेश से भी कई लोग गए हैं. वहीं हमले के बाद ए वीडियो कॉल करके लोग अपने परिजनों की सलमाती जानने की कोशिश कर रहे हैं. हापुड़ के रहने वाले शाहबुद्दीन के परिवार का भी ऐसा ही हाल है. 

इजरायल में काम कर रहे हैं शाहबुद्दीन

बता दें कि हापुड़ के मोहल्ला मजीदपुरा निवासी शाहबुद्दीन भी इस समय इजरायल में मौजूद हैं. वो राजमिस्त्री का काम करते हैं और पिछले साल अप्रैल में काम करने के लिए इजरायल गए थे. वहीं अब जब ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलों से हमला किया है तो हापुड़ में मौजूद शाहबुद्दीन का परिवार खौफजदा है. इजरायल और ईरान में जंग की स्थिति है और यूपी में शाहबुद्दीन का पूरा परिवार डर के माहौल में जी रहा है. परिवार को उनकी चिंता जता रहा ही और दिन में कई पर वो वीडियो क़ॉल करके उनका हालचाल लगातार ले रहे हैं. 

हमले के वक्त इस तरह करते हैं अपनी सुरक्षा

यूपी तक से बात करते हुए शाहबुद्दीन के भाई  रियाजुद्दीन ने बताया कि, 'उनके भाई इस समय यरुशलम में हैं और वहां मजदूरी कर रहे हैं. जब से ये जंग जैसे हालात हुए हैं पूरा परिवार काफी डर गया है.' उन्होंने आगे बताया कि, शाहबुद्दीन से हर रोज वीडियो कॉल पर बात होती है और वहां पर मौजूद युद्धक स्थिति के बारे में उन्होंने बताया कि खतरा महसूस होते ही उन्हें फोन पर संदेश मिलता है, जिसके बाद सभी सारे श्रमिक बंकर में चले जाते हैं.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

खौफ में है पूरा परिवार 

शाहबुद्दीन के परिवार ने बताया कि वे उनसे दिन में तीन बार व्हाट्सएप कॉल और वीडियो कॉल के माध्यम से संवाद करते हैं. उनका पूरा परिवार उनसे बात करने के दौरान एक साथ उनकी सलामती की दुआ करता है. शाहबुद्दीन की पत्नी और उनके चार बच्चे हापुड़ में ही रहते हैं. वहीं हापुड़ की सहायक श्रमायुक्त सर्वेश कुमारी के अनुसार, जिन लोगों को चिन्हित कर इजराइल भेजा गया था, उनमें से अधिकांश वहां सुरक्षित हैं और उन्होंने किसी प्रकार की समस्या की सूचना नहीं दी है. उनका प्रशासन से निरंतर संपर्क बना हुआ है.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT