ज्योति मौर्य मामला : मनीष दुबे पर कार्रवाई को लेकर बड़ा अपडेट, शासन को फारेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
Uttar Pradesh News: PCS अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya Case) इन दिनों बरेली में तैनात है और आजकल हर कोई इनके बारे में ही बात…
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Uttar Pradesh News: PCS अधिकारी ज्योति मौर्य (Jyoti Maurya Case) इन दिनों बरेली में तैनात है और आजकल हर कोई इनके बारे में ही बात कर रहा है. प्रयागराज में ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच तलाक के केस की सुनवाई चल रही है. ज्योति मौर्या के साथ अफेयर को लेकर चर्चा में आए जिला होमगार्ड्स कमांडेंट मनीष दुबे पर निलंबन की तलवार लटक रही है. इस प्रकरण के सामने आने के बाद मनीष दुबे का तबादला गाजियाबाद से महोबा कर दिया गया था. इस मामले में पूछताछ के बाद विभाग ने मनीष दुबे को दोषी पाया था और सस्पेंड करने की सिफारिश की गई थी.
मनीष दुबे पर कार्रवाई नहीं!
ज्योति मौर्या मामले में होमगार्ड विभाग के द्वारा की गई जांच को 1 सप्ताह पूरा हो चुका है. डीजी होमगार्ड की तरफ से जांच रिपोर्ट के आधार पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के सस्पेंशन और एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश भी कर दी गई थी. डीजी होमगार्ड की सिफारिश एक हफ्ते बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. शासन की तरफ से इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया गया.
ज्योति मौर्य के पति ने लगाया था ये आरोप
PCS अधिकारी ज्योति मौर्य के पति आलोक मौर्य की शिकायत पर होमगार्ड विभाग में डीआईजी प्रयागराज को इस प्रकरण में जांच के आदेश दिए. डीआईजी होमगार्ड संतोष सिंह ने इस पूरे प्रकरण पर ज्योति मौर्या, उसके पति आलोक मौर्य के साथ-साथ मनीष दुबे की पत्नी के लिखित बयान दर्ज किए. मनीष दुबे के चरित्र को लेकर विभाग में पहले भी की गई शिकायत का जिक्र करने के बाद डीआईजी होमगार्ड ने मनीष दुबे के सस्पेंशन की संस्तुति कर दी. जांच रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद डीजी होमगार्ड बीके मौर्या ने इस मामले में आलोक मौर्य के तरफ से ज्योति मौर्य और मनीष दुबे के द्वारा मिलकर उसकी हत्या की साजिश दिए गए वॉट्सएप चैट और ऑडियो कॉल को आधार बनाते हुए एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी.
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विभाग के मुखिया की तरफ से विस्तृत रिपोर्ट शासन में अपर मुख्य सचिव होमगार्ड अनिल कुमार सिंह को भेज दी गई है. लेकिन 1 सप्ताह पहले भेजी गई इस रिपोर्ट पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
हालांकि सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद विभाग में अफसरों के दो खेमें घेराबंदी करने लग गए है. एक खेमा मनीष दुबे पर कार्रवाई की मांग कर रहा है. उसका कहना है कि लगातार मनीष दुबे की कारगुजारियों की शिकायत मिल रही है और विभाग की छवि धूमिल हो रही है. लेकिन वही दूसरा खेमा इसे पति पत्नी के बीच का झगड़ा और मनीष दुबे का निजी मामला बता रहा है, उसका कहना है कि अगर आलोक मौर्य को किसी भी तरह की कोई अपराधिक घटना होने की आशंका है तो वो एफआईआर दर्ज कराएं.
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शासन को फारेंसिक रिपोर्ट का इंतजार
जानकारी के मुताबिक आलोक मौर्या की तरफ से हत्या की साजिश रचने के आरोप लगाए गए हैं. इन आरोपों के लिए सबूत के तौर पर ज्योति मौर्य और मनीष दुबे के बीच हुई बातचीत का व्हाट्सएप चैट का स्क्रीनशॉट और एक ऑडियो दी गई है. उसकी सत्यता को परखने के लिए फॉरेंसिक जांच की तैयारी हो रही है.लेकिन अड़ंगा इस बात का है अगर इस मामले की फॉरेंसिक जांच होगी तो उसके लिए एफआईआर दर्ज कराना जरूरी होगा. फिलहाल इस मामले में शासन को भेजी गई जांच रिपोर्ट पर अंतिम फैसला लेने पर असमंजस की स्थिति है. इस मामले में डीजी होमगार्ड का कहना है कि हमने अपनी जांच पूरी कर शासन को अवगत करा दिया है अंतिम निर्णय शासन को लेना है.
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