यूपी की किस सरकारी नौकरी में मिलती है सबसे ज्यादा सैलरी? सुविधाएं जानकर रह जाएंगे दंग!

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UP News: अक्सर हमारे मन में एक सवाल कौंधता है कि आखिर किस सरकारी व्यक्ति की ज्यादा सैलरी होती है. ये वो सवाल है जो पान की टपरी से लेकर कॉर्पोरेट ऑफिस तक में डिस्कस होता है. वैसे तो हर प्रदेश का अलग-अलग हिसाब होता है. मगर यूपी Tak पर आज आपको उत्तर प्रदेश के संबंध में यह जानकारी हासिल होगी कि यहां किस सरकारी अधिकारी की ज्यादा सैलरी है. जब हमने इस मसले पर छानबीन की तो हमें दो ऐसे प्रोफेशन मिले, जिनमें सैलरी ज्यादा थी. ये दो प्रोफेशन हैं प्रोफेसर और IAS अफसर की नौकरी के. खबर में आगे जानें किसे ज्यादा सैलरी और सुविधा मिलती हैं. 

जानें दोनों में किसकी सैलरी ज्यादा?

इंटरनेट पर छानबीन करने के बाद मिली जानकारी के अनुसार, एक असिस्टेंट प्रोफेसर और जूनियर लेवल के IAS अफसर की सैलरी में IAS को ज्यादा तनख्वाह मिलती है. जूनियर/ लोअर टाइम स्केल, पे लेवल 10 पर एक आईएस अफसर को 15600-39100 रुपये मिलते हैं. इसमें उनका ग्रेड पे 5400 रहता है. वहीं, एक असिस्टेंट प्रोफेसर को 15600 to 39100 रुपये मिलते हैं. मगर दोनों को मिलने वाली सुविधाओं में जमीन आसमान का फर्क होता है. 

IAS अधिकारी को खिलती हैं ये सब सुविधाएं

  • सरकारी आवास: IAS अधिकारियों को बड़े और सुविधाजनक सरकारी आवास मिलते हैं, जो अक्सर प्रमुख क्षेत्रों में होते हैं.  सीनियर अधिकारियों को बंगलों तक की सुविधा मिलती है. 
  • गाड़ी और ड्राइवर: उन्हें सरकारी गाड़ी और ड्राइवर की सुविधा मिलती है, जो कार्यों को पूरा करने में मदद करती है. सीनियर IAS अधिकारियों को बेहतरीन सरकारी वाहन मिलते हैं. 
  • बिजली, पानी और टेलीफोन भत्ता: IAS अधिकारियों को सरकारी घरों में बिजली, पानी और टेलीफोन की सेवाएं रियायती या मुफ्त दी जाती हैं. 
  • चिकित्सा सुविधाएं: पूरे परिवार के लिए मुफ्त या रियायती चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होती हैं. उन्हें सरकारी अस्पतालों और कुछ निजी अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है. 
  • यात्रा भत्ता: IAS अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान यात्रा करने के लिए विशेष यात्रा भत्ते दिए जाते हैं.  हवाई यात्रा और अन्य यात्रा पर रियायतें दी जाती हैं. 
  • सुरक्षा: उच्च पदस्थ अधिकारियों को सुरक्षा गार्ड और निजी सुरक्षा (PSO) की सुविधा मिलती है, विशेष रूप से जिन अधिकारियों के पास संवेदनशील पोस्टिंग होती है. 
  • पेंशन और सेवानिवृत्ति लाभ: IAS अधिकारियों को सेवाकाल के बाद भी आकर्षक पेंशन और अन्य सेवानिवृत्ति लाभ मिलते हैं.  यह सरकारी नौकरी का एक महत्वपूर्ण पहलू है,
  • सामाजिक सम्मान: IAS अधिकारी होने के नाते समाज में बहुत अधिक सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है. उनकी पहचान समाज में उच्च होती है और उन्हें विभिन्न सरकारी और निजी कार्यक्रमों में विशेष निमंत्रण मिलता है. 

ये सुविधाएं अधिकारियों के काम को अधिक प्रभावी बनाने और उन्हें देश की सेवा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दी जाती हैं. 

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असिटेंट प्रोफसर को क्या सुविधाएं मिलती हैं?

  • महंगाई भत्ता (DA): समय-समय पर सरकार द्वारा महंगाई को ध्यान में रखते हुए महंगाई भत्ता दिया जाता है, जो सैलरी के साथ बढ़ता रहता है. 
  • स्वास्थ्य सुविधाएं: उन्हें और उनके परिवार को मुफ्त या रियायती चिकित्सा सुविधाएं दी जाती हैं, जो सरकारी अस्पतालों और कुछ निजी अस्पतालों में मिलती हैं. 
  • हाउस रेंट अलाउंस (HRA): जिन असिस्टेंट प्रोफेसर को सरकारी आवास नहीं मिलता है, उन्हें आवास भत्ता (HRA) दिया जाता है. यह भत्ता शहर के प्रकार के अनुसार (A, B, C श्रेणी) भिन्न होता है. 
  • अन्य भत्ते: इसके अलावा, उन्हें यात्रा भत्ता (TA), शैक्षिक सामग्री के लिए विशेष भत्ते, और अन्य भत्ते दिए जाते हैं. 
  • पेंशन और ग्रेच्युटी: सरकारी संस्थानों में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन और ग्रेच्युटी की सुविधा मिलती है. 
  • शैक्षिक विकास के अवसर: उन्हें पीएचडी और शोध कार्यों के लिए विशेष छुट्टी और वित्तीय सहायता मिलती है, जिससे वे अपने शैक्षणिक स्तर को और अधिक उन्नत कर सकते हैं. 

दोनों के बीच तुलना करने के बाद इस बात की पता चला है कि भले ही असिस्टेंट प्रोफेसर और शुरूआती दौर में IAS अधिकारी को लगभग एक जैसी सैलरी मिलती हो. मगर सुविधाओं के मामले में IAS एक असिस्टेंट प्रोफेसर से कई मायनों में आगे रहता है.   

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