बरेली: हनी ट्रैप में फंसे कई पुलिसकर्मी-राजनेता, महिला ऐसे बनाती थी शिकार, मगर यूं फंसी

कृष्ण गोपाल यादव

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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में हनी ट्रैप का मामला खूब चर्चा में है. अपने हुस्न के जाल में पुलिस कर्मी, व्यापारियों, नेताओं, समाज सेवकों को फंसाने वाली महिला पर मुकदमा लिखा जा चुका है. कुछ दिनों पहले अश्लील वीडियो कॉलिंग के नाम पर पीलीभीत के दारोगा की शिकायत कराने वाली महिला के खिलाफ बरेली के थाने में मुकदमा पंजीकृत हो चुका है. बताया जा रहा है कि आरोपी महिला अब तक इसी तरीके से अश्लील वीडियो कॉलिंग करके कई नेताओं, पुलिसकर्मियों, कर्मचारियों को ब्लैकमेल कर चुकी है. मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पर जांच शुरू हो चुकी है.

पीलीभीत के दारोगा पर लगाया था आरोप

बता दें कि इस तरह का ब्लैकमेलिंग का एक गैंग बरेली में खूब बड़े स्तर पर सक्रिय है. पुलिस अधिकारी तक मामला पहुंचा, तो उन्होंने भी हैरानी जताई. बता दें कि कुछ दिन पहले ही बारादरी क्षेत्र स्थित संजय नगर की रहने वाली माधुरी पाल नाम की महिला ने पुलिस अधिकारियों को शिकायत पत्र दिया था कि पीलीभीत जिले के थाने में तैनात दारोगा राजीव कुमार ने वीडियो कॉलिंग करके अश्लील हरकतें की और जब बात करने से इनकार किया तो झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी गई. इसके बाद पुलिस अधिकारी को निर्देश पर बरेली के एसपी ने तत्काल दारोगा को निलंबित कर दिया और बरेली पुलिस उच्च अधिकारियों की ओर से आरोपी दारोगा के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी हुए. इस मामले में जांच चल ही रही थी कि इसी बीच एक समाजसेवी संस्था में शामिल एक महिला ने इस गैंग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और पूरे सबूत के साथ पुलिस अधिकारियों के सामने पेश हुई. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने समझ लिया कि यह पूरा गैंग किस तरीके से लोगों को फंसाता है और ब्लैकमेल करता है.

विधवा महिला के साथ है कथित पति

बीते दिनों माधुरी पाल ने खुद को पीड़ित बताते हुए दरोगा के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा था कि वह एक विधवा महिला है उसके पति की पहले ही मौत हो चुकी है. उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं जिनका पालन वह बेहद मुश्किल तरीके से कर रही है. लेकिन इन दिनों जो बात सामने आई उसमें मनोज पाल नाम के व्यक्ति का जिक्र कई जगह मिला. बताया यह जा रहा है कि यह व्यक्ति पत्रकार बनकर महिला के साथ रहता है और कभी-कभी कथित पति के तौर पर भी महिला के साथ देखा जाता है. इस शख्स की असली पहचान क्या है इसकी जांच पुलिस की ओर से शुरू कर ली गई है.

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ऐसे खोली समाजसेवी महिला ने पोल

इस गैंग का पर्दाफाश नहीं होता अगर दारोगा के खिलाफ शिकायत के बाद समाज सेवी संस्था में काम करने वाली यह महिला पुलिस ऑफिस आकर सच्चाई नहीं बताती. बरेली के थाना कैंट क्षेत्र के नकटिया इलाके में रहने वाली इरम खान एक समाज सेवी संस्था से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले ही माधुरी पाल अपने एक पत्रकार साथी मनोज पल के साथ उनके घर पर आई. उनको प्रलोभन दिया कि वह भी समाज सेवा छोड़कर इनके इस ब्लैक मेलिंग वाले कार्य में शामिल हो जाए, क्योंकि इस काम में बहुत पैसा है. लोगों को किस तरह से फंसाया जाता है. यह सभी बातें माधुरी ने सबूत के साथ दिखाईं और पूरी जानकारी दी. यह जानने के बाद इरम सैफी ने इन पूरे सबूतों को एकत्र करके पुलिस अधिकारियों के सामने पेश किए और इस पूरे गैंग का पर्दाफाश किया.

इरम खान को भी फंसाने की है साजिश?

इरम खान ने बताया कि जैसे ही माधुरी पाल को पता चल गया कि अब उसकी पोल खुलने वाली है तो उसने इरम के खिलाफ ही धर्म परिवर्तन का आरोप लगाकर थाने में प्रार्थना पत्र दिया. और इरम सैफी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करा दिया. माधुरी की तरफ से यह आरोप लगाया गया है कि कुछ दिनों पहले वह अपनी बेटी के साथ जब उनके घर पहुंची तो मौलाना की मदद से इरम खाने ने माधुरी और इसकी बेटी का धर्म परिवर्तन करा दिया. हालांकि इरम खान ने इन सभी बातों को झूठा बताया है और पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है.

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नई उम्र के दरोगा रहते थे निशाने पर

माधुरी पाल का यह ब्लैकमेलिंग वाला गैंग सबसे पहले ऐसे लोगों को फंसाता है, जिनकी तैनाती हाल फिलहाल में ही सरकारी विभाग में हुई है. खासतौर पर पुलिस में कम उम्र के नए दारोगा, नए कॉन्स्टेबल, सरकारी विभाग में नई उम्र के कर्मचारी को सबसे पहले फंसाने की कोशिश होती है.

गैंग ऐसे करता है ब्लैकमेल

यह गैंग कितना शातिर है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक तीन दर्जन लोगों से यह गैंग मीठी मीठी बातें करके 2.5 करोड़ रुपये तक ठग चुका है. इतना ही नहीं कुछ लोगों से महीने के महीने अलग से रुपये भी वसूले जाते हैं. बताया जा रहा है यह गैंग अपने आप को सुरक्षित करने के लिए सामने वाले व्यक्ति के कुछ अश्लील फोटो और वीडियो पहले ही सेव कर लेता है. ऐसा इसलिए जिससे कि सामने वाला व्यक्ति पुलिस के पास शिकायत करने ना पहुंचे और वह पूरी तरह से कमजोर पड़ जाए. होता भी यही है क्योंकि अश्लील फोटो और वीडियो होने की वजह से कोई शिकायत नहीं कर पाता और फिर वह पूरी तरह से इस हनीट्रैप के गैंग के चंगुल में फंस जाता है.

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फोन पर मीठी-मीठी बातें करना कितना महंगा साबित हो सकता है. इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इस गैंग ने ऐसे 12 लोगों को अपने हुस्न के जाल में फंसाकर उनसे 7-7 लाख रुपये तक वसूल हैं. इसके अलावा प्रत्येक महीने बीच 20 हजार रुपये हफ्ता के तौर पर वसूले गए हैं. बताया यह भी जा रहा है कि इस महिला के साथ कथित पति भी इस गेम में पूरी तरह से शामिल है.

कहती थी ‘कौन पालेगा मेरे बच्चे, उठाओ इसका खर्चा’

यह महिला शातिरआना तरीके से पहले अपनी मीठी-मीठी बातों में लोगों को फंसाती है, फिर धीरे-धीरे दोस्ती करती है. दोस्ती करने के बाद वीडियो कॉलिंग का सिलसिला शुरू होता है. और वीडियो कॉलिंग पर ही यह महिला कपड़े उतारने के लिए कहती है और यहीं से शिकारी शिकार बन जाता है. जैसे ही सामने वाले व्यक्ति अपने कपड़े उतारता है तो यह उसके स्क्रीनशॉट और वीडियो कॉलिंग की रिकॉर्डिंग कर लेती है, जिसके बाद यह महिला वीडियो कॉलिंग और स्क्रीनशॉट को वायरल करने के नाम पर धमकी देती है. ब्लैकमेलिंग करती है और जब व्यक्ति पूरी तरह फंस जाता है तब यह महिला मिलने के लिए अपने घर बुलाती है फिर घर पर कथित पति इस बात की रिकॉर्डिंग कर लेता है, जिसके बाद महिला अपने बच्चों की दुहाइयां देती है. कहती है कि ‘मेरी इज्जत से खिलवाड़ किया गया. मेरे बच्चों को कौन पालेग, इसलिए इन बच्चों का खर्चा भी अब तुम्हें उठाना होगा.’

ब्लैकमेलिंग की कमाई से बना लिया घर

फोन पर मीठी-मीठी बातें करने के इस जाल में महिला ने करोड़ों की कमाई कर ली इस कमाई से इसने बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में संजय नगर इलाके में अपना आलीशान घर भी बनवा लिया. और धीरे-धीरे इसी तरह से इसने अनेकों लोगों से लाखों रुपये वसूले.

500-500 के नोट गिनते हुए वीडियो वायरल

महिला का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि वह पलंग पर बैठी हुई है और 500 500 के नोट गिन रही है. और दूसरा व्यक्ति उसकी रिल वीडियो बना रहा है.

एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने कहा, ‘नकटिया थाना क्षेत्र के कैंट की रहने वाली एक महिला के द्वारा 3 लोगों के विरुद्ध थाना कैंट पर 354 452 506 323 आईपीसी का मुकदमा पंजीकृत हुआ है. इसमें एक जो नामजद महिला है उसके द्वारा थाना बारादरी पर भी दो मुकदमे लिखवाए गए हैं. साक्ष्यों के संकलन के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी.’

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