प्रभात गुप्ता मर्डर केस: क्या केंद्रीय गृह राज्य मंत्री टेनी की बेल रद्द होगी? आज सुनवाई
Prabhat Gupta murder case: प्रभात गुप्ता मर्डर केस में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में आज यानी मंगलवार, 27 सितंबर को सुनवाई होगी. प्रभात गुप्ता हत्याकांड…
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Prabhat Gupta murder case: प्रभात गुप्ता मर्डर केस में हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में आज यानी मंगलवार, 27 सितंबर को सुनवाई होगी. प्रभात गुप्ता हत्याकांड में अंतिम सुनवाई के साथ-साथ मुख्य आरोपी रहे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बेल खारिज करने पर भी आज सुनवाई होनी है. साल 2004 में हाई कोर्ट के निर्देश पर अजय मिश्रा टेनी को सीजेएम लखीमपुर ने दी थी बेल. अब हाईकोर्ट में उसी बेल को खारिज करने पर भी आज सुनवाई होनी है. यह सुनवाई हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रेनू अग्रवाल की डबल बेंच करेगी.
आपको बता दें कि पिछले दिनों प्रभात गुप्ता हत्याकांड (Prabhat Gupta murder) में सुनवाई टल गई थी. तब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस ट्रांसफर की अर्जी दी गई थी. बीते 4 सालों से हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में प्रभात गुप्ता मर्डर केस में रिजर्व आर्डर को लेकर होने वाली अंतिम सुनवाई 5 बार टल चुकी है.
क्या है लखीमपुर का प्रभात गुप्ता मर्डर केस?
8 जुलाई साल 2000 को लखीमपुर के तिकुनिया थाना क्षेत्र के बनवीरपुर गांव में हुई प्रभात गुप्ता की हत्या में पीड़ित परिवार को आज भी फैसले का इंतजार है. तिकुनिया में दिन में लगभग 3.30 बजे हुए प्रभात गुप्ता मर्डर केस में पिता संतोष गुप्ता ने मौजूदा समय में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के साथ शशि भूषण, राकेश डालू और सुभाष मामा को हत्या में नामजद आरोपी बनाया. आरोप लगाया गया कि प्रभात गुप्ता को दिन दहाड़े बीच रास्ते में पहली गोली अजय मिश्रा ने उसकी कनपटी पर मारी और दूसरी गोली सुभाष मामा ने प्रभात के सीने में मारी थी, जिसके बाद प्रभात गुप्ता की मौके पर ही मौत हो गई.
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लखीमपुर के तिकुनिया थाने में क्राइम नंबर 41/2000 धारा 302 और 34 ipc में केस दर्ज हुआ, लेकिन एफआईआर दर्ज होने के कुछ ही दिनों बाद केस बिना बादी की जानकारी के सीबीसीआईडी ट्रांसफर कर दिया गया. प्रभात गुप्ता के परिवार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री राम प्रकाश गुप्ता से गुहार लगाई और 24 अक्टूबर 2000 को तत्कालीन सचिव मुख्यमंत्री आलोक रंजन ने केस की जांच सीबीसीआईडी से लेकर फिर लखीमपुर पुलिस को दे दी.
यहां नीचे शेयर की गई खबर पर क्लिक कर विस्तार से आप इस मामले को पढ़ सकते हैं. फिलहाल अब सबकी नजर कोर्ट के फैसले पर है, जिससे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मुसीबतें बढ़ भी सकती हैं. फिलहाल टेनी के बेटे आशीष मिश्रा लखीमपुर में किसानों को रौंदने के मामले में जेल में हैं.
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