22 साल पहले की इस घटना से जुड़े हैं वाराणसी के गुप्ता परिवार हत्याकांड के तार! इनपर गहराया पुलिस का शक

रोशन जायसवाल

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Varanasi Murder Case : वाराणसी में हुए सामूहिक हत्याकांड ने शहर को एक बार फिर से हिला कर रख दिया है. इस घटना में कारोबारी राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी और उनके तीन बच्चों की हत्या कर दी गई. शुरुआती तौर पर पुलिस एक ही परिवार के 5 लोगों के कत्ल के पीछे का कारण 22 साल पुरानी रंजिश को मान रही है. राजेंद्र ने अपने भाई, भाभी की हत्या कर दी थी.

22 साल पहले रंजिश के पन्नों को खंगाल रही पुलिस

पुलिस राजेंद्र गुप्ता परिवार की हत्या के पीछे 22 साल पुरानी रंजिश के पन्नों को खंगाल रही है. जिसके चलते राजेंद्र को जेल की हवा खानी पड़ी थी. आरोप है  कि राजेंद्र ने अपने भाई, उसकी पत्नी, पिता लक्ष्मी नारायण और उनके एक गार्ड की 1996-97 में हत्या की थी. उस वक्त भाई कृष्णा के दो बेटे प्रशांत उर्फ जुगनू और विक्की छोटे थे. बाद में इन दोनों बेटों ने राजेंद्र को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में लगातार पैरवी की. अपने बयान भी दर्ज करवाए, लेकिन राजेंद्र को जमानत मिल गई. इसके बाद उन्होंने परिवार की सारी संपत्ति पर कब्जा कर लिया और अपने भतीजों को नज़रअंदाज कर दिया.

भतीजों पर शक

ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कहीं राजेंद्र गुप्ता के भतीजे विक्की और जुगनू ने तो इस वारदात को अंजाम नहीं दिया. चूंकि, मां-बाप (कृष्णा और मंजू) की हत्या के वक्त वो बहुत छोटे थे. बड़े होने पर उन्होंने चाचा राजेंद्र और उसके परिवार का सफाया कर दिया. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

हाल ही में हुए हत्याकांड में राजेंद्र, उनकी पत्नी और तीनों बच्चों को गोली मार दी गई. राजेंद्र की लाश 15 किमी दूर एक निर्माणाधीन मकान में पाई गई. प्रारम्भिक जाँच में इसे पारिवारिक विवाद माना जा रहा था, लेकिन राजेंद्र की लाश मिलने के बाद जाँच की दिशा बदल गई है. राजेंद्र के शरीर पर गोलियों के निशान मिले हैं, जो संकेत देते हैं कि उनका भी कत्ल किया गया. पुलिस अब इस हत्या के संभावित कारणों की तलाश कर रही है. 22 साल पुरानी रंजिश को ध्यान में रखते हुए, राजेंद्र के भतीजों प्रशांत उर्फ जुगनू और विक्की पर शक जताया जा रहा है.

 

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT