अयोध्या दीपोत्सव: 2512585 दीपकों से जगमग हुई प्रभु श्रीराम की नगरी, बन गए 2 नए वर्ल्ड रिकॉर्ड

भाषा

ADVERTISEMENT

Ayodhya Deepotsav 2024
Ayodhya Deepotsav 2024
social share
google news

Ayodhya Deepotsav 2024: अयोध्या में सरयू नदी के तट पर बुधवार को आठवें 'दीपोत्सव' के अवसर पर एक नया विश्व रिकॉर्ड बना. गिनीज वर्ल्ड बुक के अधिकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन और सरयू आरती समिति ने सबसे ज़्यादा लोगों (1,121) द्वारा एक साथ आरती करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया. इसके अलावा अयोध्या दीपोत्सव में बुधवार को 25 लाख 12 हजार 585 दीपक एक साथ जलाए गए. 25 लाख से अधिक दीये जलाकर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश  सरकार और अयोध्या जिला प्रशासन और डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय ने एक और नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस समारोह का नेतृत्व किया. उन्होंने अपने मंत्रियों और अन्य के साथ मिलकर कुछ दीये जलाये और दीपोत्सव की शुरुआत की. इस साल की शुरुआत में 22 जनवरी को राम लला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद से यह पहला दीपोत्सव है. इस भव्य अवसर के लिए पूरी अयोध्या सजी हुई थी और भगवान राम के 'राम राम जय राजा राम' के भक्ति संगीत से मंदिर नगरी गूंज रही थी. 

एक आधिकारिक बयान के अनुसार योगी आदित्यनाथ बुधवार शाम श्रीराम मंदिर भी पहुंचे. उन्होंने सर्वप्रथम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के दर्शन किये, फिर उनके चरणों में श्रद्धा निवेदित की. इसके बाद उन्होंने प्रभु के समक्ष दीप प्रज्वलित किए. बाहर भी मुख्यमंत्री ने पांच-पांच दीप जलाए. वहीं मंदिर प्रांगण में हजारों दीप प्रज्ज्वलित किए गए. सोशल मीडिया 'एक्स' पर भी इस उत्सव को खूब पसंद किया गया और यह ‘सबका उत्सव, अयोध्या दीपोत्सव’ हैशटैग के साथ ‘ट्रेंड’ कर रहा है. 

अयोध्या बुधवार को तब उत्सव के माहौल में सराबोर हो गई, जब आठवें दीपोत्सव समारोह के तहत रामायण के पात्रों की जीवंत झांकियों के साथ एक जुलूस मंदिर नगरी से गुजरा. झांकी के तहत श्री राम के सीता और लक्ष्मण हनुमान (रामायण के पात्रों) के साथ 'पुष्पक विमान' (हेलीकॉप्टर) से अयोध्या पहुंचने पर योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य ने उनका स्वागत किया. भगवान राम के रथ को मुख्यमंत्री और अन्य लोगों ने राम दरबार स्थल तक खींचकर पहुंचाया. आदित्यनाथ ने बाद में उनकी आरती उतारी. 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

बुधवार को छोटी दीपावली के अवसर पर अयोध्या में बुधवार को भव्य दीपोत्सव समारोह के तहत झांकियों की एक शोभायात्रा निकाली गई. रामायण के प्रसंगों को दर्शाती झांकियों में देशभर के शास्त्रीय नर्तकों की प्रस्तुति ने राम पथ पर अपना जादू बिखेरा. राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक निकाली गई 18 विशेष झांकियां इस दीपोत्सव का मुख्य आकर्षण रहीं. प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया.

इन झांकियों में रामचरितमानस के विभिन्न प्रसंगों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया. झांकियों के दृश्य को हर कोई अपने मोबाइल में कैद करता दिखा. इस दौरान रामपथ पर रंग-गुलाल उड़ने के साथ जमकर आतिशबाजी भी हुई. इस भव्य शोभायात्रा में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने पुत्रेष्टि यज्ञ से लेकर श्रीराम के राजतिलक तक के विभिन्न प्रसंगों को बड़े ही सुंदर ढ़ंग से झांकियों के रूप में प्रस्तुत किया. इन झांकियों में न केवल श्रीराम के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों का दर्शन कराया गया बल्कि उनमें शामिल कलाकारों के अभिनय ने दृश्य को और भी जीवंत बना दिया. 

प्रवक्ता के मुताबिक झांकियों का यह सफर साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर अयोध्या के प्रमुख चौराहों से गुजरते हुए राम कथा पार्क पर सम्पन्न हुआ. महोत्सव में साकेत महाविद्यालय की 18 झांकियों में से 11 झांकियां सूचना विभाग की ओर से और सात झांकियां पर्यटन विभाग द्वारा तैयार की गई. पर्यटन विभाग द्वारा सजाई गई झांकियों में तुलसीदास रचित रामचरितमानस के सात अध्यायों- बालकांड, अयोध्या कांड, अरण्य कांड, किष्किंधा कांड, सुंदर कांड, लंका कांड और उत्तर कांड पर आधारित सुंदर दृश्य प्रस्तुत किए गए, जो श्रद्धालुओं को रामायण के विभिन्न प्रसंगों का सार समझाने में सहायक रहे.

इस आठवें दीपोत्सव में श्रीराम की शिक्षा, सीता-राम विवाह, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, अशोक वाटिका, हनुमान का लंका गमन, शक्तिबाण लगने से लक्ष्मण का मूर्छित होना, रावण वध, अयोध्या आगमन और दीपोत्सव पर आधारित झांकियों का विशेष प्रदर्शन किया जा रहा है. शोभायात्रा के राम पथ पर आगे बढ़ते ही स्थानीय लोगों ने सड़क के दोनों तरफ खड़े होकर पुष्पवर्षा की. इस शोभायात्रा में भाग लेने वाली जम्मू-कश्मीर की साक्षी ने ‘पीटीआई-वीडियो’ से कहा, ‘‘हम अपने राज्य की संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और खुद को धन्य महसूस कर रहे हैं.’’ जम्मू-कश्मीर के एक अन्य प्रतिभागी विशाल शर्मा ने कहा, ‘‘हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हम भव्य मंदिर में श्रीरामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहले दीपोत्सव में भाग ले रहे है.’’

ADVERTISEMENT

राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी शोभायात्रा का स्वागत किया. उन्होंने कहा, ‘‘यह सभी के लिए खुशी का क्षण है क्योंकि यह एक उत्सव का अवसर है. हम भी दूसरों की तरह जश्न मना रहे हैं.’’ राज्य सरकार ने बुधवार शाम अयोध्या में सरयू के तट पर 28 लाख से ज्यादा दीये प्रज्वलित कर विश्व रिकॉर्ड कायम करने की योजना बनायी थी. अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने स्थानीय कारीगरों से 28 लाख दीये मंगवाए हैं, ताकि अगर किसी कारण से 10 प्रतिशत दीये खराब भी हो जाएं तो भी 25 लाख दीये प्रज्वलित करने का लक्ष्य हासिल किया जा सके.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में अयोध्या में यह आठवां दीपोत्सव कार्यक्रम होगा. सरकार ने घाटों पर पांच से छह हजार लोगों की मेजबानी की व्यवस्था की थी. अन्य लोगों हेतु कार्यक्रम के सीधा प्रसारण के लिए 40 विशाल एलईडी स्क्रीन लगाई गईं. दीपोत्सव का उद्देश्य धार्मिक नगरी के आध्यात्मिक, पारंपरिक और सांस्कृतिक सार को प्रदर्शित करना है. इस कार्यक्रम में छह देश म्यांमा, नेपाल, थाईलैंड, मलेशिया, कंबोडिया और इंडोनेशिया के कलाकार भी प्रस्तुति देंगे.
 

ADVERTISEMENT

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT