फिरोजाबाद में पुलिस की पिटाई से हुई दलित युवक की मौत? शव देख मचा बवाल, हुआ पथराव

सुधीर शर्मा

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Firozabad News: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद की जेल में बंद एक आरोपी की मौत हो गई है. पुलिस ने युवक को चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर उसे जेल भेजा था. वहीं, जब जब पुलिस आरोपी युवक का शव लेकर उसके घर पहुंची, तब मृतक की मौत से नाराज स्थानीय लोगों की  पुलिस से बहस हो गई. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को काबू करने बल प्रयोग भी किया, लेकिन आक्रोषित लोगों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया.   

क्या है पूरा मामला 

मिली जानकारी के मुताबिक, आकाश नाम के एक दलित युवक की के बाद जब पुलिस उसका शव लेकर हिमायूंपुर मोहल्ले में उसके घर पहुंची, तब वहां लोगों का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा. मोहल्ले के लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठियां चलाईं. इस दौरान गुस्साए लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. युवक के शव को देख भीड़ और बेकाबू हो गई. भीड़ ने पुलिस की गाडियों को आग के हवाले कर दिया. साथ ही जिस गाड़ी में युवक का शव आया था, उसमें भी तोड़फोड़ भी की गई. गुस्साई भीड़ को देख मौके पर मौजूद पुलिस ने आस पास के थानों से और फोर्स को बुलाई. इसके बाद गुस्साए लोग और पुलिस आपस में भिड़ गए. 

क्यों शुरू हुआ बवाल?

आपको बता दें कि फिरोजाबाद की जेल में बंद आकाश (25) नाम के एक दलित युवक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. जेल में तबीयत खराब होने की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. युवक की मौत से नाराज परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि युवक को जेल भेजने से पहले पुलिस ने उसको बुरी तरह से मारा था, जिससे उसकी हालत खराब हो गई थी. फिर बिना इलाज कराए उसे जेल भेज दिया गया, जहां उसकी हालत और बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई. 

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परिजन दर्ज करना चाहते हैं थाना इंचार्ज के खिलाफ केस 

 

जानकारी के मुताबिक, आकाश की मौत का जिम्मेदार उसके परिजन दक्षिण थाना इंचार्ज को मानते हैं. परिजन चाहते हैं कि दक्षिण थाना इंचार्ज और सुहागनगर चौकी इंचार्ज के खिलाफ केस दर्ज हो. वहीं, भाजपा के सदर विधायक मनीष असीजा भी मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंच गए. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जब मैंने आकाश के बॉडी देखी तो उसकी नाक से खून आ रहा था. इस मामले में किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.' 

 

 

पुलिस ने इस मामले में क्या कहा 

इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने बताया कि 19 जून को मोटरसाइकिल की चोरी के आरोप में आकाश को गिरफ्तार किया गया था. उसके बाद कोर्ट उसे ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. 20 जून को न्यायिक हिरासत में आकाश की हालत बिगड गई  पहले उसका इलाज जेल के डॉक्टर ने किया बाद में उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. मगर इलाज के दौरान अस्पताल में ही आकाश की मौत हो गई. जिसके बाद आकाश के परिजनों और स्थानीय लोगों ने अराजकता फैलाने की कोशिश की जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ी. भीड को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया है.

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