नोएडा ट्विन टावर विध्वंस के बाद 60 फीसदी लोग अपने घरों में पहुंचे, बोले- डर तो था ही

भूपेंद्र चौधरी

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नोएडा में सुपरटेक ट्विन टावर विध्वंस के बाद आसपास की सोसाइटी में करीब 60 फीसदी लोग अपने घरों में शिफ्ट हो चुके हैं. बताया जा रहा है कि ये विध्वंस प्लान के मुताबिक पूरी तरह से सफल रहा. एमरॉल्ड कोर्ट और एटीएस जो ट्विन टावर के काफी करीब हैं उनके रहवासियों ने भारी राहत की सांस ली है. उन्होंने यूपी तक ये कहा- डर तो था ही. इस डर के साथ काफी दिनों से जी रहे थे कि विध्वंस में कुछ गड़बड़ हुआ तो क्या होगा. हालांकि विध्वंस करने वाली कंपनी पर लोगों को भरोसा भी था. इस विध्वंस में सबसे नजदीक वाले टावर के 12 फ्लैट के शीशे टूट गए हैं जिसे एडिफिस कंपनी रिप्लेस करा देगी.

इस डेमोलिशन के सक्सेज होने के बाद सभी के चेहरे पर खुशी के भाव हैं. इसे लेकर यूपी तक ने सोसायटी के लोगों से बात की जिन्हें अपने घर और साजो-सामान की चिंता सता रही थी.

सोसायटी के लोगों का कहना है कि सब कुछ सकुशल रहा है, कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है. हम सामान फ्लैट में छोड़ कर गए थे. जो चीज जैसी और जहां थी वो वैसी ही मिली है. कंपनी की तरफ से टावर को कपड़े से ढका गया था. जिसकी वजह से धूल तक अंदर नहीं आई है. सोसायटी वासियों का कहना है कि इस 28 अगस्त को भ्रष्टाचार निवारण दिवस घोषित कर देना चाहिए.

स बात की चिंता थी जिससे मुक्त हुए लोग

इस डिमोलिशन के कारण होने वाले नुकसान से लोग काफी चिंतित हो रहे थे, लेकिन एडिफिस कंपनी बार-बार कह रही थी कि कोई नुकसान नहीं होगा और टावर को नीचे गिरा दिया जाएगा. हुआ भी कुछ ऐसा ही. इन सब से बचने के लिए ट्विन टावर के पास तो सोसाइटी एटीएस विलेज और एमराल्ड कोर्ट को पूरी तरह से खाली करा दिया गया था.

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आरडब्ल्यूए अध्यक्ष का कहना है कि अब तक कुल 60 फीसदी लोग अपने घर वापस लौट चुके हैं. जो 40 फीसदी अभी तक नहीं आए हैं वह सोमवार शाम तक या मंगलवार सुबह तक आ जाएंगे. सोसाइटी में किसी तरीका का कोई भी नुकसान नहीं हुआ है. यह सक्सेस डिमोलिशन प्रक्रिया से सभी बहुत खुश हैं. जिस तरीके का डर सता रहा था, इससे हम बच गए.

घर वापस लौटीं मंजू श्रवण का कहना है कि जिस तरीके का डर सता रहा था और हम दुखी थे वैसा कुछ नहीं हुआ. सब कुछ सही रहा. हम स्थानीय एडमिनिस्ट्रेशन डिमोलिशन करने वाली कंपनी सभी का धन्यवाद करते हैं. वहीं मोनिका ने बताया कि दोपहर 2:30 बजे से पहले हमारे दिल की धड़कन तेज हो गईं और हमें बहुत ज्यादा डर सताने लगा. जाने अब क्या होगा. सभी अनहोनी को लेकर परेशान थे. डर एक ही था कि कहीं ये ऊंचे टावर हमारी सोसायटी पर गिर गए तो घर तबाह हो जाएगा.

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खुशी भी और दुख भी

वही आर्मी से रिटायर रवि कुमार ने इस मामले में अपनी राय देते हुए कहा कि डिमोलिशन ट्विन टावर का तो हुआ ही है साथ में उस भ्रष्टाचार का भी हुआ है जो बिल्डर ने कुछ अधिकारियों के साथ मिलकर किया है. इस ट्विन टावर डिमोलिशन से मुझे खुशी भी है और दुख भी. दुख मुझे इस बात का है कि सालों में बनकर खड़ी हुई ऊंची इमारत को मात्र कुछ सेकंड में जमींदोज कर दिया. दुख इस बात का है कि इसको तोड़ने की बजाय इसमें पब्लिक के लिए सरकारी स्कूल, अस्पताल या फिर कुछ और भी खोला जा सकता था. जिससे आमजन को फायदा होता.

आज दोपहर में एडिफिस कंपनी, पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह और आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष ने सोसाइटी का दौरा और निरीक्षण किया और फ्लैट ओनर्स से बात कर रिएक्शन भी लिया. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया कि एडिफिस और जेट द्वारा ट्विन टावर डिमोलिशन पूरी तरीके से सक्सेस रहा है.

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कहीं भी कोई नुकसान नहीं हुआ है. ट्विन टावर के बराबर में कुछ मीटर लंबी एक बाउंड्री वॉल नीचे गिर गई है. जिसे एडिफिस कंपनी द्वारा बनवा दिया जाएगा. साथ ही नजदीक वाले टावर के फ्लैट में कुछ खिड़कियों के शीशे टूटे हैं, जिनको रिप्लेस कर दिया जाएगा. एटीएस विलेज आरडब्लयूए ने बताया हवा का रुख एटीएस विलेज की तरफ होने के कारण सोसाइटी में धूल थोड़ी ज्यादा हो गई है जिसकी सफाई का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है.

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