'तुम नहीं आए तो सुसाइड कर लूंगी'...शिखर के पहुंचने पर अमृता लटकी मिली, फिर BF ने गर्लफ्रेंड के शव के साथ ये किया
यूपी के बांदा की छात्रा का शव प्रेमी ने 300 किलोमीटर तक गाड़ी में घुमाया, फिर झांसी-उरई हाइवे पर फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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Banda News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की एक छात्रा की मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. मामला उस समय उजागर हुआ जब पुलिस ने झांसी-उरई हाईवे के जंगलों से एक युवती का शव बरामद किया. जांच में पता चला कि यह शव बांदा की रहने वाली अमृता का था, जो प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. इस दिल दहला देने वाली घटना के पीछे एक प्रेम संबंध की कहानी सामने आई है, जिसमें कानपुर के शिखर शुक्ला की संलिप्तता पाई गई है.
क्या है मामला?
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अमृता का पिछले कुछ समय से कानपुर निवासी शिखर शुक्ला के साथ प्रेम संबंध था. बताया जा रहा है कि 21 अक्टूबर को अमृता ने शिखर को प्रयागराज बुलाया और उससे शादी का दबाव बनाया. शिखर ने पहले तो इनकार किया, लेकिन अमृता की जिद के चलते वह अंततः प्रयागराज पहुंचा. दावा है कि जब शिखर अमृता के कमरे में पहुंचा, तो उसने उसे फंदे से लटका हुआ पाया. इस दृश्य को देखकर शिखर घबरा गया और अपने आपको बचाने के प्रयास में उसने अमृता के शव को उतारा, उसे अपनी कार में रखा और 300 किलोमीटर दूर झांसी-उरई हाइवे के जंगलों में फेंककर फरार हो गया.
ये है परिवार का पक्ष
अमृता के पिता, रविकरन सिंह ने बताया कि उनकी बेटी पिछले महीने बांदा से प्रयागराज गई थी. 25 अक्टूबर को जब उन्होंने अमृता से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, तो कोई जवाब नहीं मिला. परिवार ने प्रयागराज जाकर उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद, 10 नवंबर को उन्होंने प्रयागराज के कोतवाली नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कॉल डिटेल्स को ट्रेस करना शुरू किया.
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पुलिस जांच और आरोपी की गिरफ्तारी
प्रयागराज पुलिस ने अमृता की गुमशुदगी की जांच करते हुए कानपुर निवासी शिखर शुक्ला को हिरासत में लिया. पूछताछ में शिखर ने कबूल किया कि अमृता ने उससे मिलने के लिए बुलाया था और शादी का दबाव बनाया. जब वह अमृता के कमरे में पहुंचा, तो उसे फंदे से लटका पाया. घबराहट में उसने लाश को छिपाने की योजना बनाई. उसने अमृता के शव को अपनी कार में रखा और झांसी-उरई हाइवे पर सुनसान इलाके में फेंक दिया. पुलिस ने शिखर को गिरफ्तार कर हत्या और सबूत मिटाने के आरोप में जेल भेज दिया है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य खुलासे
पुलिस ने झांसी से बरामद शव का पोस्टमॉर्टम कराया, जिसमें मौत का कारण फांसी लगने से दम घुटना बताया गया है. हालांकि, पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या यह आत्महत्या का मामला था या हत्या को आत्महत्या का रूप दिया गया. पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं शिखर ने अमृता को उकसाकर यह खौफनाक कदम उठाने पर मजबूर तो नहीं किया.
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DSP बांदा राजीव प्रताप सिंह ने कहा, "थाना कोतवाली नगर में सूचना मिली कि रविकरन सिंह द्वारा अपनी बालिग बेटी के गायब होने की सूचना दी गई, जिसके संबंध में केस दर्ज किया गया था. विवेचना के दौरान शिखर शुक्ला ने बताया कि उसके और अमृता के बीच काफी समय से संबंध थे. अमृता प्रयागराज में रहकर पढ़ाई करती थी, जो आरोपी युवक को बार बार बुलाती थी. 21 अक्टूबर की रात अमृता ने शिखर को प्रयागराज बुलाया. शिखर के अनुसार, उसने कहा था कि प्रयागराज नहीं आने पर वह सुसाइड कर लेगी. इस पर शिखर भागकर प्रयागराज पहुंचा, जहां देखा तो अमृता फंदे से लटकी हुई थी. इस पर शिखर ने अमृता के शव को अपनी कार में रखा और उरई-झांसी हाईवे के जंगलों में फेंक दिया. शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया. बांदा पुलिस द्वारा पूरे मामले की जांच करके आरोपी शिखर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है."
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