सॉफ्टवेयर डेवलपर विक्की ने मारा था वाराणसी में गुप्ता परिवार के 5 लोगों को, हत्या से पहले दादी को ये बताया

रोशन जायसवाल

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Varanasi Crime News
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Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के भदैनी इलाके में 5 नवंबर को हुए सामूहिक हत्याकांड ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है. वारदात में राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार के पांच सदस्यों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. शुरूआती जांच में पुलिस को शक था कि हत्याओं के पीछे कोई बाहरी व्यक्ति या गिरोह हो सकता है, लेकिन अब पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.  जांच में सामने आया है कि इस हत्याकांड को अंजाम देने वाला और कोई नहीं बल्कि राजेंद्र बड़ा भतीजा विक्की है, जो एक MCA सॉफ्टवेयर डेवलपर है और टेक्नोलॉजी का अच्छा ज्ञान रखता है. पुलिस ने बताया है विक्की अभी फरार है और उसे जल्द ही पकड़ लिया जाएगा.

DCP गौरव बंसवाल ने ये बताया

 

पूरे मामले की जांच में जुटे वाराणसी (काशी जोन) के DCP गौरव बंसवाल ने बताया कि, "जांच के दौरान यह पता चला है कि इस हत्याकांड में कोई और नहीं, बल्कि केवल विक्की शामिल था." उन्होंने बताया कि विक्की ने पहले अपने चाचा राजेंद्र गुप्ता की हत्या की, फिर अगले ही दिन तड़के सुबह राजेंद्र के परिवार के अन्य चार सदस्यों को भी मौत के घाट उतार दिया. पुलिस के अनुसार, विक्की का टेक्निकल बैकग्राउंड और उसकी तकनीकी समझ ने उसे कुछ समय तक बचाया. DCP गौरव ने कहा कि विक्की ने अपने फोन को अहमदाबाद में बंद कर दिया था और फिर वाराणसी आकर भाईदूज तक वहां रुका रहा.

 

 

हिसंक रहा है गुप्ता परिवार का इतिहास

DCP बंसवाल ने बताया कि गुप्ता परिवार का इतिहास काफी हिंसक रहा है. 1997 में राजेंद्र गुप्ता ने अपने ही भाई-भाभी की हत्या कर दी थी, और उसी साल दिसंबर में अपने पिता और गार्ड को भी मार डाला था. इस दौरान राजेंद्र की मां शारदा देवी ने केस दर्ज कराया था, लेकिन बाद में उनके बयान बदलने के कारण राजेंद्र बरी हो गए थे. इस हत्याकांड के गवाह रहे विक्की ने बचपन में ही अपने दादा-दादी की हत्या होते हुए देखी थी. यह घटना उसके मन में एक गहरा घाव छोड़ गई थी. DCP ने बताया कि विक्की बीते एक-डेढ़ साल से इस हत्या की योजना बना रहा था. 

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टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से पुलिस को चकमा दे रहा था विक्की

विक्की ने MCA की पढ़ाई की है और वह सॉफ्टवेयर डेवलपर के तौर पर काम कर चुका है. यही कारण है कि वह टेक्नोलॉजी के जरिए पुलिस को लगातार चकमा देने में सफल रहा. पुलिस का कहना है कि विक्की ने वारदात को अंजाम देने के बाद अपने फोन को बंद कर किसी से संपर्क नहीं किया था. विक्की ने


दादी को बताई थी ये बात

 

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पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि वाराणसी में रहने के दौरान उसने अपनी दादी शारदा देवी से संपर्क किया था.  शारदा देवी ने पुलिस को बताया कि विक्की ने उनसे इस योजना के बारे में पहले ही जिक्र किया था और कहा था कि वह दिवाली के समय गोलीबारी करेगा ताकि पटाखों की आवाज में गोलियों की आवाज दब जाए.

 

 

हत्याओं के पीछे परिवार में पुरानी दुश्मनी

DCP बंसवाल के मुताबिक, विक्की का अपने चाचा राजेंद्र के साथ पुराना विवाद चल रहा था. राजेंद्र अक्सर विक्की को मारता-पीटता था, खासकर तब जब वह 2020-2021 तक घर पर रहता था. विक्की के भाई प्रशांत ने पुलिस को बताया कि विक्की हमेशा से अपने बड़े पिता के खिलाफ बगावत करता था. इस दुश्मनी ने अंततः विक्की को पूरे परिवार को खत्म करने की ओर धकेल दिया.पुलिस ने विक्की की तलाश के लिए वाराणसी, अहमदाबाद और अन्य संभावित ठिकानों पर छापेमारी तेज कर दी है.

DCP बंसवाल ने दावा किया है कि विक्की के सभी दोस्तों और रिश्तेदारों से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा. डीसीपी ने कहा, "हम जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे और दोषी को कानून के कटघरे में लाएंगे."


 

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