हाईकोर्ट ने इरफान सोलंकी की जमानत मंजूर की, लेकिन...क्या सीसामऊ में 20 तारीख को होगा उपचुनाव?
Irfan Solanki News: कानपुर की सीसामऊ सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की जमानत मंजूर, उपचुनाव की तारीख तय। सजा पर रोक नहीं.
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Irfan Solanki News: कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. आपको बता दें कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इरफान सोलंकी की जमानत मंजूर की है, लेकिन सजा पर रोक नहीं लगाई है. कानपुर की सीसामऊ सीट पर अब उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया है. बता दें कि 20 नवंबर को तय तारीख पर यहां उपचुनाव होगा. इरफान सोलंकी की विधायकी की बहाल नहीं होगी.
क्यों खाली हुई थी सीसामऊ सीट?
दरअसल, 8 नवंबर 2022 को जाजमऊ थाने में एक महिला ने इरफान सोलंकी पर घर पर कब्जा करने की मंशा से आगजनी करने का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद एमपी एमएलए कोर्ट ने 7 जून 2024 को इस मामले में सोलंकी को दोषी करार देते हुए उन्हें सात साल की सजा सुना दी, जिससे वो डिस्क्वलिफाई हो गए और उनकी विधायकी चली गई.
उपचुनाव में सपा बसपा और बीजेपी से कौन प्रत्याशी मैदान में?
इरफान सोलंकी के डिस्क्वलिफाइड होने के बाद सपा ने इरफान की पत्नी नसीम सोलंकी को मैदान में उतारा है. बसपा ने सीसामऊ सीट से वीरेंद्र शुक्ला को मैदान में उतार दिया है. वहीं, भाजपा ने सुरुष अवस्थी को टिकट दिया है.
इस सीट का कैसा है सियासी इतिहास?
पिछले विधानसभा चुनाव 2022 में इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी ने जीत हासिल की थी. इरफान सोलंकी ने 69,163 वोट हासिल किए थे और भाजपा प्रत्याशी सलिल विश्नोई को 66,897 वोट मिले थे. वहीं, कांग्रेस के प्रत्याशी सुहेल अहमद 5,616 वोटों पर सिमट गए थे. साल 2017 और 2012 में भी इस सीट से सपा प्रत्याशी इरफान सोलंकी जीते ही थे. वहीं, साल 2007 और 2002 में कांग्रेस प्रत्याशी संजीव दरियाबादी जीते थे. इससे पहले 1996, 1993,1991 में लगातार बीजेपी के प्रत्याशी राकेश सोनकर यहां से जीते थे. मालूम हो कि 1985 में संजीव दरियाबादी की मां कमला भी यहां से चुनाव जीत चुकी हैं. मतलब तीन बार इस सीट पर कांग्रेस, तीन बार बीजेपी और तीन बार सपा जीत हासिल कर चुकी है.
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