मां की अर्थी को कंधा देते हुए फूट-फूटकर रोए ओम प्रकाश राजभर, पूरे परिवार की आंखों में थे आंसू
उत्तर प्रदेश के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की मां जितना देवी का गुरुवार रात 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया.
ADVERTISEMENT
OP Rajbhar News: उत्तर प्रदेश के मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की मां जितना देवी का गुरुवार रात 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. आज यानी शुक्रवार को राजभार की मां का अंतिम संस्कार किया गया. ओपी राजभर की मां के अंतिम संस्कार की तस्वीरें SBSP ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर की हैं. तस्वीरों में ओपी राजभर बेहद ही भावुक नजर आए. इस दौरान ओपी राजभर के दोनों बेटों अरविंद और अरुण ने पिता का हौसला बढ़ाया
SBSP ने X पर कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार में मा० कैबिनेट मंत्री श्री ओमप्रकाश राजभर जी की पूज्य माताजी श्रीमती जितना देवी जी के निधन उपरांत आज ग्राम-फतेहपुर, कटौना सिंधोरा वाराणसी में उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई. अंतिम दर्शन के पश्चात अंत्योष्टि संस्कार हेतु प्रस्थान करते हुए."
पीएम मोदी और सीएम योगी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर जी की माताजी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे, साथ ही शोक-संतप्त परिजनों को इस पीड़ा को झेलने की शक्ति दे। पूरे परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं. ओम शांति!"
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
सीएम योगी ने कहा, ""उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष श्री @oprajbhar
जी की पूज्य माता जी के देहावसान की दुःखद सूचना प्राप्त हुई. प्रभु श्री राम से पूजनीय माता जी की आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदना प्रकट करता हूं. ॐ शांति!"
राजभर ने मां के निधन से पहले कही थी ये बात
राजभर ने कहा था, "डॉ. वेद जी के नेतृत्व में 22 दिन से अपनी मां का इलाज करा रहा हूं. हमारी मां को फेफड़े के प्रत्यारोपण की जरूरत है, लेकिन यहां वो सिस्टम नहीं है. अगर वो सिस्टम होता तो डॉक्टर साहब तो डॉक्टर साहब करते. सम्भवता हमारी माता जी को जल्दी छुट्टी मिल जाती, ऐसा हम मसहूस का रहे हैं."
ADVERTISEMENT
इसके अलावा राजभर ने कहा कि ऐसा प्रस्ताव पास हो कि सभी मंत्री, एमपी, विधायक और आईएएस अपना इलाज सरकारी अस्पताल में कराएं. ऐसा होने पर जब वो इलाज कराने यहां आएंगे और जिस कमी को अस्पताल में महसूस करेंगे, फिर उसे दूर करने की भी कोशिश करेंगे. इससे सभी का लाभ होगा. राजभर ने कहा कि उन्होंने इस दिशा में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री से बात की है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT