आगरा में ताजमहल की दीवार से टकराई यमुना, लगातार बढ़ रहा पानी, देखिए डूबा कितना हिस्सा
Taj mahal News: यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. यमुना नदी का जलस्तर अब 499 ft तक पहुंच गया है. यह मिड…
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Taj mahal News: यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. यमुना नदी का जलस्तर अब 499 ft तक पहुंच गया है. यह मिड डेंजर लेवल है. मौजूद वक्त में ताजमहल का दशहरा घाट, दाऊ दयाल मंदिर परिसर पानी से लबालब भर गया है. ताजमहल की यमुना किनारे बनी दीवार दो फीट तक पानी में डूब गई है. ताजमहल के पार्श्व में ताजव्यू पॉइंट में भी यमुना नदी का पानी भर गया है. ताजव्यू पॉइंट में पानी भरने के बाद व्यू पॉइंट को आम पर्यटकों के लिए फिलहाल बंद कर दिया गया है. साथ ही ताजमहल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी यमुना नदी का पानी भर गया है.
धीरे-धीरे बढ़ रहा यमुना का जलस्तर
यमुना का पानी चौकी में पहुंचने के बाद वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अपने-अपने सामान को लेकर पास मे बनी अस्थाई चौकी पर चले गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना का जलस्तर आज से 13 साल पहले इतना देखा गया था. लेकिन इस बार यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों के मन मे दहशत पैदा हो रही है.
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ताजमहल की दीवारों तक पहुंचा यमुना का पानी
यमुना नदी का जलस्तर हर घंटे के साथ बढ़ रहा है. यमुना नदी का जलस्तर लो फ्लड लेवल को पारकर मिड फ्लड लेवल को पार करने वाला है. यमुना नदी का पानी ताजमहल की दीवार तक पहुंच गया है. ताजमहल के पास बना दशहरा घाट पानी में डूब चुका है. ताजमहल दशहरा घाट के किनारे पर बांस-बल्लियां लगा दी गई हैं. पुलिस ने लोगों को घाट के किनारे जाने से रोक दिया है. यमुना किनारे बने प्राचीन कैलाश मंदिर के अंदर भी यमुना का पानी प्रवेश कर गया है. यमुना किनारे बनी 28 कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा खड़ा हो गया है.
यमुना किनारे बसी कॉलोनियों में पहुंचा पानी
लगातार बढ़ रहे यमुना नदी के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है. यमुना किनारे बसी कॉलोनियों में प्रशासन ने मुनादी करा दी है. यमुना नदी का पानी रिहायशी कॉलोनियों तक पहुंच गया है. यमुना किनारे बनी तनिष्क राजश्री अपार्टमेंट कॉलोनी में भी प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है. लोगों से सावधान रहने की अपील की है. यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर की वजह से यमुना किनारे रहने वाले परिवारों को पलायन का डर सता रहा है. ओखला बैराज से 92035 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि गोकुल बैराज से यमुना नदी में 148063 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है.
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NDRF की टीम हुई अलर्ट
उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने भी यमुना नदी के तटवर्ती इलाकों का दौरा किया है. तटवर्ती इलाकों में रहने वाले पीड़ित परिवारों से बातचीत की है और उनका हालचाल जाना. मंत्री बेबी रानी मौर्य ने लोगों को आश्वासन दिया है कि वह मुख्यमंत्री से बात करेंगी. परेशान लोगों की पूरी मदद करेंगी. इसके अलावा मेहताब बाग में एनडीआरएफ टीम की तैनाती कर दी गई है. एनडीआरएफ की टीम यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पूरी तरह अलर्ट है. लोगों की मदद करने के लिए एकदम तैयार है.
फसल हुई बर्बाद
ग्रामीण इलाके मलहरा, नाहरगंज में यमुना के पानी का जल स्तर बढ़ने का असर आ चुका है. गांव के लोगों की 200-300 बीघा जमीन खेती वाली बर्बाद हो गई है. गांव के लोगों का कहना है कि ‘हमने लाखों रुपए की लागत से अभी-अभी मिर्ची की पौधे तैयार किए थे वे सारी फसल नष्ट हो गई है. प्रशासन की तरफ से अभी यहां कोई नहीं आया है.’
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