Mukhtar Ansari News: यूपी के बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. बता दें कि शुक्रवार को वाराणसी की एक कोर्ट द्वारा 1997 के एक मामले में सजा सुनाए जाने के बाद माफिया एक दम से चकरा गया. सजा सुनते ही दोनो हाथों से माथे को पकड़कर सिर झुकाकर मुख्तार बैठ गया. बस जज से यही गुहार लगाता रहा कि, ‘मी लॉर्ड इतना रहम कर दीजिए कि मेरी सभी सजाएं एक साथ चलें.’ जज ने मुख्तार की दलील को स्वीकार कर लिया और एक साथ सजाएं चलने का एलान किया. इस बात की पुष्टि जेल प्रशासन बांदा ने की है.
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दरअसल, माफिया अंसारी के पुराने मामलों में अब ताबड़तोड़ फैसले हो रहे हैं. इसी क्रम शुक्रवार को वाराणसी की कोर्ट ने धमकी देने के मामले में साढ़े 5 साल की सजा और 10 हजार का जुर्माना लगाया. केस में मुख्तार अंसारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ा था. जेल के पुष्ट सूत्रों के मुताबिक, सजा सुनते ही मुख्तार अचंभित हो गया. उसने दोनों हाथों से अपने माथे को पकड़ लिया और नीचे झुक गया. कुछ देर सोचने के बाद गिड़गिड़ाने लगा, ‘मी लॉर्ड अब इतना रहम कर दीजिए कि मेरी सजा एक साथ चलें.’ जेल प्रशासन के मुताबिक, कोर्ट ने उसकी दलील को मानकर सजा एक साथ चलने का आदेश पारित किया. इसके बाद मुख्तार अपनी बैरक में चला गया.
आपको यह भी बता दें कि मुख्तार इन दिनों अपनी बैरक में जीवन के एक एक पल तनाव भरे काट रहा है. जेल सूत्रों ने खबर यह भी दी है कि अब तो उसने दाढ़ी और बाल भी बड़े-बड़े रख लिए हैं. मुकदमों और परिवार की टेंशन ने उसको दिनरात सोचने को मजबूर कर दिया है.
बीते दिन उसकी बहु निखत बानो अपने बेटे संग मिलने आई थी. तब उसने पोते को खूब प्यार और दुलार दिया था और कहा कि ‘हम बदनसीब दादा हैं, खुशियों की बजाय टेंशन दे रहा हूं.’
जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश मिलने पर मुख्तार की पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कराई जाती है. शुक्रवार को उसकी कई जिलों की कोर्ट में पेशी कराई गई. वाराणसी कोर्ट से उसको धमकी मामले में साढ़े 5 साल की सजा हुई है, 10 हजार जुर्माना भी लगाया है.
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