उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सोमवार को अपने बचपन के स्कूल धौलपुर के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल पहुंचे. धौलपुर के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के डायमंड जुबली समारोह भाग लेने अखिलेश यादव पहुंचे थे, जहां उन्होंने कहा कि आज के छात्र ही राष्ट्र और समाज के भावी कर्णधार हैं.उन्होंने कहा कि जीवन में लक्ष्य निर्धारण तथा कठिन परिश्रम करने से ही सफलता मिलती है। इसलिए छात्र अभी से मेहनत करें और स्कूल और देश का नाम रोशन करें.
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धौलपुर के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के डायमंड जुबली समारोह के रियूनियन कार्यक्रम में सोमवार को मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में यादव ने स्कूल के कैडेट को भारतीय सेना में शामिल होकर देश का नाम रोशन करने का आह्वान भी किया.
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के पूर्व छात्र रहे अखिलेश यादव ने स्कूल के प्रथम प्राचार्य कर्नल केएल घई की प्रतिमा का अनावरण किया. स्कूल में अपने प्रवास के दौरान अखिलेश यादव ने पुरानी यादें ताजा कीं और अपने साथी छात्रों से मुलाकात की. यही नहीं, यादव ने स्कूल की कक्षा 6 और अपने 1990 बैच के छात्रों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई.आयोजन में राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल के प्राचार्य लेफ्टिनेंट कर्नल श्याम कृष्णा टीपी सहित अन्य अतिथि, अधिकारी एवं पूर्व छात्र मौजूद रहे.
अखिलेश यादव ने धौलपुर के राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में वर्ष 1983 में तेरह जुलाई को छठी कक्षा में दाखिला लिया था। करीब 10 साल के अखिलेश को उस समय कैडेट और स्कॉलर नम्बर 1108 मिला था. अखिलेश धौलपुर मिलिट्री स्कूल में वर्ष 1990 में 12वीं कक्षा तक पढ़े। इसके बाद वे मैसूर चले गए, जहां से उन्होंने इंजीनियरिंग में स्नातक किया.
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