Subrata Roy: सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा का निधन हो गया है. अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक, सुब्रत रॉय का निधन मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में हुआ है. सहारा ग्रुप के द्वारा बताया गया है कि सहाराश्री सुब्रत रॉय का निधन कार्डियक अरेस्ट आने की वजह से मंगलवार रात 10.30 बजे हुआ है.
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बता दें कि सहारा ग्रुप के चेयरमैन सुब्रत रॉय सहारा के निधन पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का भी बयान सामने आया है. अखिलेश यादव ने सुब्रत रॉय के निधन पर शोक जताया और इसे उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावात्मक क्षति बताया है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करके हुए लिखा, “सहारा सुब्रत रॉय जी का निधन उत्तर प्रदेश और देश के लिए भावात्मक क्षति हैं, क्योंकि वो एक अति सफल व्यवसायी के साथ-साथ एक ऐसे अति संवेदनशील विशाल हृदयवाले व्यक्ति भी थे, जिन्होंने अनगिनत लोगों की सहायता की उनका सहारा बने. भावभीनी श्रद्धांजलि.”
शिवपाल यादव का भी आया रिएक्शन
सुब्रत रॉय के निधन पर समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव का भी रिएक्शन सामने आया है. शिवपाल ने भी सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए सहाराश्री के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, सहाराश्री सुब्रत रॉय जी के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ है. ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.भावपूर्ण श्रद्धांजलि.”
कौन थे सुब्रत रॉय
सुब्रत रॉय सहारा ग्रुप के चेयरमैन थे. सुब्रत रॉय का जन्म बिहार के अररिया जिले में 10 जून साल 1948 में हुआ था. जन्म तो सुब्रत रॉय का बिहार में हुआ. मगर उन्होंने उत्तर प्रदेश को ही अपनी कर्मभूमि बनाया. यहां तक की उनकी पढ़ाई भी गोरखपुर में हुई थी. मीडिया रिपोर्ट की माने तो उन्होंने गोरखपुर के सरकारी कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था.
सुब्रत रॉय ने अपने दम पर ही सहारा ग्रुप को खड़ा किया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वह व्यापार करने वाले साधारण परिवार से आते थे. मगर उनके सपने शुरू से ही बड़े थे. 1978 में सुब्रत रॉय अपने दोस्तों के साथ स्कूटर पर बिस्किट और नमकीन बेचा करते थे. कहा जाता है कि एक छोटे से कमरे, एक कंप्यूटर और कुर्सी-मेज के साथ सुब्रत रॉय ने अपना कारोबार शुरू किया था, जो आगे जाकर देश की बड़ी कंपनियों में से एक बना.
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