Bhai Dooj 2022: हिंदू धर्म में दीपावली का पर्व बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. दीपावली का पर्व पांच दिन चलता है. ये धनतेरस से शुरू होकर भाई दूज पर समाप्त होता है. इस साल भाई दूज का पर्व 27 अक्टूबर को मनाया जाएगा. भाई दूज पर्व भाई-बहन के आपसी प्रेम और लगाव के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. इस पर्व पर बहनें अपने भाइयों को अपने घर आमंत्रित कर उनके माथे पर टीका लगाकर उनकी लंबी आयु व उनके जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करती हैं और साथ ही अपने भाइयों को भोजन भी कराती हैं.
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हिंदू धर्म में मान्यता है कि भाई दूज के मौके पर बहनों के घर पर भोजन करने से भाइयों की उम्र बढ़ती है.
पौराणिक कथाओं के मुताबिक, सूर्य पुत्री यमी यानी यमुना ने अपने भाई यम यानी यमराज को कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को अपने घर आमंत्रित कर अपने हाथों से भोजन बनाकर उन्हें खिलाया. जिससे यमराज बहुत खुश हुए और उन्होंने अपनी बहन यमुना से एक वरदान मांगने को कहा. तब यमुना ने भाई यमराज से वरदान में मांगा कि आज के दिन जो भी बहनें अपने भाइयों को अपने घर बुलाकर उनके माथे पर टीका लगाती हैं और उन्हें खाना खिलाती हैं, तो उनके भाइयों को आपका यानी यम का भय ना हो. फिर यमराज ने अपनी बहन को यह वरदान दे दिया. माना जाता है कि यमराज द्वारा अपनी बहन को यह वरदान देने के बाद से ही भाई दूज पर्व पर बहनों का अपने भाइयों को बुलाकर उन्हें खाना खिलाने की परंपरा की शुरुआत हुई है.
वाराणसी के पंडित श्रीधर ओझा ने यूपी तक को बताया, “धर्म शास्त्रों में लिखा है कि भाई को चाहिए कि बहन के घर जाकर भोजन करें. इस दिन अगर कोई भाई अपनी बहन के घर भोजन कर लेता है तो उसके पास कोई यम के दूत नहीं आते हैं.”
उन्होंने आगे बताया कि ऐसी मान्यता है कि यमुना में भाई और बहन को स्नान करना चाहिए. स्नान के बाद दोनों को यमुना की पूजा करनी चाहिए. पूजन के बाद जब दोनों घर पहुंचे, तब बहन अपने हाथ से भोजन बनाकर भाई को खिलाएं. भाई अपनी बहन की वस्त्र, आभूषण आदि उपहार में दें. इससे यम का भय नहीं होता है.
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